म्यांमार ने शामिल किया JF-17 की जगह लिया रूसी Su-30 लड़ाकू विमान, चीन और पाकिस्तान की चिंताएं बढ़ीं

म्यांमार वायु सेना, जिसने 2021 से विद्रोहियों के खिलाफ हवाई हमले किए हैं, और 4.5 पीढ़ी के सुखोई Su-30 लड़ाकू जेट विमानों को शामिल करने से विद्रोही सैनिकों को अधिक नुकसान पहुंचाने की उनकी क्षमता बढ़ जाएगी, और म्यांमार गृहयुद्ध की दिशा बदल जाएगी.

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म्यांमार के गृह युद्ध में एक बड़ी घटना सामने आई है, जिसमें म्यांमार वायु सेना ने रूस से छह सुखोई Su-30 SME लड़ाकू जेट खरीदे हैं. रिपोर्टों के अनुसार, म्यांमार की वायु सेना को अपने JF-17 थंडर लड़ाकू विमानों से समस्याएं हो रही हैं, जो चीन और पाकिस्तान द्वारा बनाए गए हैं.

म्यांमार ने 2018 में 400 मिलियन डॉलर का एक अनुबंध साइन किया था, जिसके तहत रूस से ये जेट खरीदे गए. इन जेट विमानों को पिछले महीने 15 दिसंबर को मांडले के मीकटिला एयर बेस पर कमीशन किया गया.

रूसी उप रक्षा मंत्री लेफ्टिनेंट जनरल अलेक्जेंडर फोमिन ने बताया कि ये सुखोई-30 विमान म्यांमार वायु सेना के मुख्य विमानों के रूप में काम करेंगे और यह देश की सुरक्षा और आतंकवादी खतरों से निपटने में मदद करेंगे. उन्होंने कहा कि इन विमानों को पूरे देश को कवर करने के लिए नेपीता एयर बेस पर तैनात किया गया है.

सुखोई Su-30SME की क्षमताएं

सुखोई द्वारा बनाए गए Su-30SME जेट, रूस के Su-30SM का एक्सपोर्ट संस्करण हैं. यह डबल-सीटर और ट्विन-इंजन वाला विमान है, जिसे लंबी दूरी और भारी पेलोड क्षमता वाले लड़ाकू मिशनों के लिए डिज़ाइन किया गया है. यह विमान मैक 2.0 की अधिकतम गति और 17,300 मीटर की सेवा ऊंचाई तक उड़ सकता है. इसकी परिचालन सीमा लगभग 3,000 किलोमीटर है और यह विभिन्न प्रकार के हथियार ले सकता है.

क्या ये रूसी विमान म्यांमार के गृह युद्ध की दिशा बदल सकते हैं?

Su-30SME जेट विमानों का अधिग्रहण म्यांमार की सेना के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है, खासकर जब उसे विद्रोहियों से कई क्षेत्रों का नुकसान हुआ है, जैसे प्रमुख राखीन प्रांत. इस पर काबू पाने के लिए म्यांमार की सेना ने अपनी हवाई आक्रामक क्षमता को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिनमें रूस से छह हेलीकॉप्टर और छह सुखोई Su-30SME जेट शामिल हैं. इन जेट विमानों की तैनाती से सेना को विद्रोहियों के खिलाफ अपनी हवाई शक्ति बढ़ाने में मदद मिलेगी, जिससे गृह युद्ध की दिशा में बदलाव हो सकता है.

विद्रोहियों के खिलाफ जुंटा की हवाई शक्ति

म्यांमार की वायु सेना ने विद्रोहियों के खिलाफ हवाई हमले किए हैं, लेकिन उनकी हवाई शक्ति अब तक ज्यादा प्रभावी साबित नहीं हुई है. युद्ध-निरीक्षकों के अनुसार, जुंटा की हवाई शक्ति, जैसे कि नियमित हवाई हमले और तोपखाने हमले, विद्रोहियों को काबू करने में अप्रभावी रही हैं. इसके बावजूद, म्यांमार की सेना अब विद्रोहियों के खिलाफ लड़ाई में अधिक बमों को गिराने के लिए परिवहन हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल कर रही है. म्यांमार की सेना ने अब तक जो कुछ भी किया है, वह ज्यादा प्रभावी नहीं रहा, और अब इन नए सुखोई जेट विमानों के साथ उनकी हवाई ताकत बढ़ने की उम्मीद है. First Updated : Friday, 10 January 2025