अब ट्रंप की रैली में रहस्यमयी बीमारी की एंट्री! जानें कितनी खतरनाक?
Donald Trump: रिपब्लिकन उम्मीदवार ट्रंप ने हैरिस के साथ डिबेट के बाद एरिजोना में एक रैली का आयोजन किया था. इस रैली में बड़ी संख्या में उनका समर्थन करने वाले लोगों ने हिस्सा लिया. इस दौरान कई लोगों को एक रहस्यमयी बीमारी का सामना करना पड़ा है.
Donald Trump: लोकल न्यूज स्टेशन न्यूज4 के अनुसार, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले हफ्ते टक्सन, एरिज़ोना के लिंडा रॉनस्टैड म्यूज़िक हॉल में अपनी पहली दूसरी डिबेट के बाद एक रैली आयोजित की थी. इस रैली में उत्साही ट्रम्प समर्थकों की भारी भीड़ जुटी थी.इस रैली में ट्रंप समर्थकों की भारी भीड़ जुटी. हालांकि रैली के समापन के समय लोगों को एक रहस्यमयी आंखों की बीमारी का सामना करना पड़ा. रिपोर्ट के अनुसार, रैली में मौजूद लगभग 20 लोगों ने आंखों में सूजन, चक्कर आना, जैसे लक्षणों को महसूस किया. इसमें अधिकतर लोग लैटिनो फॉर ट्रंप ग्रुप के सदस्य थे.
मंच की दूसरी ओर बैठे समूह ने रैली समाप्त होने के बाद खुद के अश्वस्थ होने की बात कही. इस रैली में बीमार होने वाले लोगों में पादरी एली मोरेनो भी शामिल थे जिन्होंने प्रार्थना के साथ रैली की शुरुआत की थी. इस दौरान उनकी पत्नी भी मौजूद थीं. पादरी ने कहा कि उन्हें हल्की असुविधा हुई जबकि उनकी पत्नी को गंभीर परेशानी का सामना करना पड़ा.
कई दिन लग गए ठीक होने में
घर लौटते समय श्रीमती मोरेनो की नाक बहने लगी उनकी दृष्टि धुंधली हो गई और उनका चेहरा सूज गया. वे एक वालग्रीन्स में रुके जहाँ उनकी मुलाकात एक अन्य रैली में जाने वाले व्यक्ति से हुई जिसे ऐसी ही समस्या थी. इसके बाद श्रीमती मोरेनो ने चिकित्सा उपचार लिया और रैली के पाँच दिन बाद वह ठीक हुईं. रैली में शामिल एक अन्य सहभागी ने भी इसी तरह की शिकायत की.उसने बताया कि रैली से निकलने के बाद वह बीमार पड़ गई. उसे आंखों में तेज जलन, और सिर दर्द का अनुभव हुआ. इसके कारण उसे इमरजेंसी मेडिकल फैसिलिटी की जरूरत पड़ी.
क्या थे रहस्यमयी बीमारी के लक्षण?
रैली में शामिल होने वाले कई अन्य लोगों ने द एरिजोना ग्लोब के साथ ऐसी ही समस्याओं को साझा किया है. उन्होंने बताया कि रैली के लगभग 30 मिनट बाद उन्हें आँखों में बहुत ज़्यादा दर्द, चेहरे पर सूजन और धुंधली दृष्टि जैसी समस्याएँ होने लगीं थीं. कुछ लोगों ने दूध जैसे घरेलू उपचारों से जलन को कम करने का प्रयास किया जबकि अन्य लोगों ने आपातकालीन चिकित्सा का सहारा लिया.