नासा का नया मिशन, मंगल से सस्ते में लाएगा मिट्टी और पत्थर के नमूने
NASA strategy for Mars Mission: नासा ने मंगल ग्रह से सैम्पल लाने का सस्ता और तेज तरीका बताया है. नई योजना की तैयारी इसलिए की गई क्योंकि नासा के परसिवरेंस रोवर द्वारा मंगल से सैम्पल लाने का खर्च 11 अरब डॉलर पहुंच गया है. नासा इस खर्च को कम करने का दूसरा और सस्ता विकल्प तलाश रही थी. जानिए, कैसा है नासा का नया प्लान.
NASA strategy for Mars Mission: अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने मंगल ग्रह से मिट्टी और पत्थर के नमूने लाने के लिए एक नया और सस्ता तरीका ढूंढने की योजना बनाई है. नासा का कहना है कि यह तरीका मंगल से सैम्पल लाने का सस्ता और तेज़ तरीका होगा. यह कदम नासा के परसिवरेंस रोवर द्वारा मंगल से सैम्पल लाने के महंगे और लंबे प्रक्रिया के बाद उठाया गया है, जो अब तक 11 अरब डॉलर खर्च कर चुका है.
नासा के एडमिनिस्ट्रेटर बिल नेल्सन ने बताया कि बढ़ते खर्च और देरी के कारण कुछ महीने पहले मंगल से सैम्पल लाने के मुख्य प्रोजेक्ट को रोक दिया गया था. अब नासा ने एक सस्ता और प्रभावी तरीका खोजने की योजना बनाई है. नेल्सन ने बताया कि परसिवरेंस रोवर ने मंगल से सिगार आकार की टाइटेनियम ट्यूबों में सैम्पल इकट्ठा किए हैं, और अब उनका लक्ष्य है कि जितनी जल्दी हो सके इन 30 ट्यूबों को धरती पर कम खर्च में लाया जाए.
नासा का नया मिशन
नासा ने निजी स्पेस कंपनियों से सुझाव मांगे थे कि कैसे 2030 तक मंगल से मिट्टी और पत्थर के नमूने लाए जा सकते हैं, इससे पहले कि अंतरिक्षयात्री मंगल पर जाएं. नासा के पास इस काम के लिए दो विकल्प हैं, जिनकी लागत 6 से 7 अरब डॉलर तक हो सकती है.
मंगल से नमूने लाने के लिए नया प्लान तैयार
पहला विकल्प है कि नासा एक कॉमर्शियल पार्टनर के साथ साझेदारी कर इस मिशन को पूरा करे. इसमें रॉकेट और लॉन्चिंग के तरीकों में कोई बदलाव नहीं होगा, लेकिन मिशन की कार्यविधि में बदलाव किया जाएगा. इसमें उसी लैंडिंग प्रणाली का इस्तेमाल किया जाएगा जो परसिवरेंस और क्यूरियॉसिटी रोवर को मंगल पर उतारने के लिए की गई थी, जिसे स्काई क्रेन कहा जाता है. दूसरी रणनीति में नासा ने निजी कंपनियों के लैंडिंग सिस्टम का इस्तेमाल करने का विचार किया है. हालांकि, नासा ने इस योजना के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी है.
तेजी से नमूने लाने की योजना
2021 में लैंडिंग के बाद से परसिवरेंस रोवर ने अब तक मंगल से 2 दर्जन से ज्यादा नमूने इकट्ठा किए हैं. नासा इन नमूनों से जीवन के संकेत ढूंढ रहा है, यही वजह है कि और नमूने इकट्ठा किए जाएंगे. नासा का मानना है कि नई योजना से नमूनों की जांच प्रक्रिया बेहतर होगी. नासा जल्द ही यह निर्णय लेगा कि सैम्पल्स को धरती पर लाने का सबसे अच्छा तरीका क्या होगा.