NATO Summit: नोटो शिखर सम्मेलन पर दुनिया भर की नजर, तुर्की ने किया यूक्रेन का सम​र्थन, क्या नोटो में शामिल होगा यूक्रेन

NATO Summit: रूस-यूक्रेन युद्ध को करीब 16 महीने हो गए है, लेकिन अभी तक देशों के बीच जंग जारी है. इस बीच नोटो समिट सम्मेलन होने जा रहा है. जिसमें यूक्रेन को नोटो में शामिल करने का फैसला लिया जा रहा है.

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NATO Summit: अगले सप्ताह से नाटो शिखर सम्मेलन शुरू होने जा रहा है। दुनिभा भर की निगाहें इस पर टिकी हुई है. सम्मेलन में नाटों के सदस्य देश मतदान करेंगे कि यूक्रेन को नाटो में जोड़ा जाए या नहीं. इस बीच तुर्की के राष्ट्रपति ने यूक्रेन के नाटो में शामिल होने का समर्थन किया है। साथ ही रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के प्रयासों पर भी जोर दिया है. अब सवाल ये है कि क्या यूक्रेन को नोटो में शामिल किया जाएगा और अगर यूक्रेन को नाटो में शामिल हो जाता है तो इसका रूस-यूक्रेन युद्ध पर क्या असर पड़ेगा?

लिथुआनिया के विल्नियस शहर में 11 और 12 जुलाई को नाटो शिखर सम्मेलन होने जा रहा है. समिट से पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) की मेंबरशिप के लिए दूसरे सदस्यीय देशों का समर्थन हासिल करने में लगे हुए है. शनिवार को तुर्किये के राष्ट्रपति रजब तैय्यब एर्दोआन ने यूक्रेन के नाटो में शामिल होने का समर्थन किया.
उन्होंने कहा कि यूक्रेन नाटो का सदस्य बनने का हकदार है और इसमें कोई शक नहीं है. साथ ही युद्ध को खत्म करने के प्रयासों पर भी जोर दिया है. एर्दोआन ने जेलेंस्की के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘इसमें कोई संदेह नहीं है कि यूक्रेन नाटो की सदस्यता का हकदार है."

तुर्किये ने यूक्रेन का समर्थन ऐसे समय में किया है जब वह स्वीडन के नोटो में शामिल होने से कतरा रहा है. उनका कहना है कि स्वीडन कुर्दिश आतंकवादियों और अन्य समूहों के खिलाफ प्रभावी रूप से कार्रवाई नहीं कर रहा है. पिछले दिनों स्वीडन में मस्जिद के बाहर कुरान जलाने की घटना भी सामने आई थी. जिसका तुर्की ने जमकर विरोध किया था. स्वीडन के नाटो में शामिल होने का विरोध करने की एक वजह ये भी मानी जा रही हैं. 

अमेरिका ने क्या कहा?

अमेरिका ने यूक्रेन के फिलहाल नाटो में नहीं शामिल होने की आशंका जताई है. अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार जेक सुलीवन ने कहा कि विल्नियस में नोटो शिखर सम्मेलन सदस्यों के शामिल होने के लिहाल से काफी अहम है. हालांकि, यूक्रेन को अभी नाटो में शामिल होने से पहले कई जरूरी कदम उठाने हैं. 

रूस-यूक्रेन युद्ध पर होगा असर

रूस-यूक्रेन जंग को करीब 16 महीने से ज्यादा का समय हो गया है, बावजूद ये युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है. यूक्रेन ने नाटो का सदस्य बनने का फैसला लिया था. जिसके बाद रूस ने यूक्रेन पर हमला किया था. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन की नाटो मेंबरशिप को लेकर कई बार चेतावनी दे चुके हैं. ऐसे में अगर यूक्रेन को नाटो में शामिल किया जाता है तो भविष्य में रूस-यूक्रेन युद्ध पहले से अधिक खतरनाक और निर्णायक मोड़ ले सकता है.  First Updated : Saturday, 08 July 2023