नेतन्याहू ने खाई कसम: बोले- जंगबंदी हो या ना हो रफा को तबाह करके ही रहेंगे
Israel Vs Gaza: इजरायल और फिलिस्तीन के बीच अभी भी जंग जारी है. हालांकि दूसरी तरफ जंगबंदी को लेकर भी चर्चाएं चल रही हैं लेकिन इस बीच नेतन्याहू ने रफा को लेकर कमस खाई है.
Israel Vs Gaza: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को दक्षिणी गाजा शहर राफा पर हमला करने की कसम खाई है. रफा पर कार्रवाई को लेकर उन्होंने कहा कि चाहे हमास के साथ जंगबंदी का समझौता हो और गाजा में बंधकों की रिहाई हो, वो रफा पर हमला करके रहेंगे. नेतन्याहू का यह बयान हमास द्वारा बनाए गए बंधकों के परिवार से मिलने के बाद आया है. बयान में कहा गया है कि कोई समझौता हो या ना हो लेकिन पूरी तरह फतेह हासिल करने के लिए हम रफा में दाखिल होंगे और वहां पर मौजूद हमास के दस्तों का सफाया करेंगे.
नेतन्याहू ने कहा कि हम रफा में प्रवेश करेंगे क्योंकि हमारे पास कोई दूसरा रास्ता नहीं है." हम हमास बटालियन को तबाह कर देंगे और सभी बंधकों की वापसी समेत अपने सभी युद्ध लक्ष्यों को पूरा करेंगे. हमास द्वारा 7 अक्टूबर के हमले के जवाब में, इज़राइल ने जंग का ऐलान किया और कहा कि उसका मुख्य लक्ष्य हमास की सैन्य क्षमताओं को नष्ट करना है. इजरायली फौज के मुताबिक गाजा में ऑपरेशन के दौरान हमास की 24 बटालियनों में से 18 को खत्म कर दिया गया था और रफा अब हमास का आखिरी प्रमुख गढ़ है, लेकिन उत्तरी गाजा में, जो इजरायली हमलों का पहला निशाना था. हमास कुछ इलाकों में फिर से इकट्ठा हो गया है और लगातार हमले कर रहा है.
व्हाइट हाउस ने सोमवार को कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन इजरायल और हमास के बीच जंगबंदी को यकीनी बनाने के लिए मिस्र और कतर के साथ बातचीत कर रहे हैं. इस संबंध में जो बाइडेन ने मिस्र के राष्ट्रपति अल-सिसी और कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी के साथ फोन पर बातचीत की. बाइडेन ने नेताओं से गाजा में हमास के द्वारा अभी भी बंधक बनाए गए बंदियों की रिहाई के लिए दबाव बनाने की बात कही है. व्हाइट हाउस ने अपने बयान में कहा है कि बंधकों की रिहाई ना करना गाजा के लिए मुसीबत बन रहा है. बयान में कहा गया कि रिहाई के तुरंत बाद जंगबंदी और मदद पहुचाने का कार्य शुरू हो जाएगा.
जंग रोकने के लिए अमेरिका, मिस्र और कतर कई महीनों से चल रही बातचीत में शामिल हैं. प्रस्ताव पर चर्चा के लिए हमास के अफसरों ने सोमवार को काहिरा में मिस्र और कतर के प्रतिनिधियों से मुलाकात की. यह बातचीत ऐसे वक्त में हुई जब अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लैंकन सऊदी अरब, जॉर्डन और इज़राइल के अफसरों के साथ हालात पर चर्चा करने के लिए इलाके का दौरा कर रहे हैं.