ग्रेटर इज़राइल बनाने की दिशा में नेतन्याहू का कदम, सीरिया में तनाव बढ़ा
Israeli PM Benjamin Netanyahu: इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने गोलन हाइट्स पर आबादी दोगुनी करने के प्लान का ऐलान कर दिया है. हालांकि इजराइल के इस कदम से अरब देश एतराज कर रहे हैं, लेकिन इजराइल की तरफ से कहा गया है कि अरब में समीकरण पहले से ही काफी बदल चुके हैं.
Israeli PM Benjamin Netanyahu: इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू सीरिया में एक बड़ा सैन्य ऑपरेशन चला रहे हैं, जिसे लेकर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में चिंता बढ़ गई है. उनके इस मिशन का उद्देश्य "ग्रेटर इज़राइल" बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसमें सीरिया के एक बड़े हिस्से को इज़राइल में शामिल किया जाएगा. इस ऑपरेशन में इज़राइल को अमेरिका का समर्थन मिल रहा है, और इसके बाद से क्षेत्रीय तनाव भी बढ़ गया है.
सीरिया में इज़राइल का मिशन:
नेतन्याहू ने अपनी योजना "ग्रेटर इज़राइल" पर फोकस कर लिया है, जिसमें गोलन हाइट्स पर इज़राइली आबादी को बढ़ाना शामिल है. इसके लिए इज़राइल ने सीरिया के बड़े हिस्से पर कब्जा करने का कदम उठाया है. अरब देशों का कहना है कि ये इज़राइल की सुरक्षा के लिए खतरे का कारण बन सकता है, लेकिन इज़राइल का कहना है कि क्षेत्रीय समीकरण बदल चुके हैं और यह कदम उनकी सुरक्षा के लिए जरूरी है.
अमेरिका का समर्थन और सीरिया में इज़राइल के कदम:
अमेरिका ने इज़राइल के सीरिया में बढ़ते कदम को हरी झंडी दे दी है. अमेरिका का कहना है कि सीरिया में अपने सैन्य अड्डों की सुरक्षा के लिए इज़राइल को मदद मिलनी चाहिए. इसके अलावा, इज़राइल असद सरकार के सैन्य ठिकानों पर भी हमले कर रहा है, खासकर उन ठिकानों पर जहां हाई-टेक हथियार रखे गए हैं.
सीरिया में एक नया मोर्चा:
इज़राइल का सीरिया के दक्षिणी हिस्से में सैन्य उपस्थिति बढ़ाने का उद्देश्य इस इलाके में अपनी पकड़ मजबूत करना है. इस बीच, इज़राइल और सीरिया के बीच युद्धविराम रेखा पर तनाव बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं. इज़राइल के सैन्य ऑपरेशन को लेकर क्षेत्रीय शक्तियों का विरोध बढ़ता जा रहा है, और इस पर युएन ने भी चिंता जताई है.
गोलन हाइट्स पर इज़राइल का नियंत्रण:
गोलन हाइट्स में इज़राइल ने 1967 के युद्ध के बाद कब्जा कर लिया था और अब इस इलाके में 30 से ज्यादा इज़राइली बस्तियां बनाई गई हैं, जहां करीब 20,000 लोग रहते हैं. इसे अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत अवैध माना जाता है, लेकिन अमेरिका ने इसे इज़राइल की भूमि के रूप में स्वीकार किया है. अब इज़राइल ने गोलन हाइट्स में और बस्तियां बनाने का ऐलान किया है और इसके लिए 11 मिलियन डॉलर खर्च करने की योजना बनाई है.
अरब देशों और इज़राइल के बीच बढ़ता तनाव:
इज़राइल की इस योजना से अरब देशों में घबराहट बढ़ गई है, क्योंकि इज़राइल गोलन हाइट्स के इलाके में और विस्तार कर सकता है. ये कदम अरब देशों के लिए चिंता का विषय बन गया है, और कई देश इस पर विरोध जता रहे हैं. इस बड़े सैन्य ऑपरेशन के बीच, सीरिया और इज़राइल के बीच नए मोर्चे खुलने की संभावना है, और इसकी वजह से क्षेत्रीय तनाव और बढ़ सकता है.