Russia-Ukraine war: उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने संयुक्त राज्य अमेरिका पर तनाव बढ़ाने का आरोप लगाया है और कहा है कि कोरियाई प्रायद्वीप पहले कभी भी परमाणु युद्ध के इतने खतरों का सामना नहीं कर रहा था. यह जानकारी उत्तर कोरिया के राज्य मीडिया केसीएनए ने दी है.
किम ने गुरुवार को प्योंगयांग में एक सैन्य प्रदर्शनी के दौरान कहा कि अमेरिका के साथ उनकी बातचीत का अनुभव सिर्फ प्योंगयांग के खिलाफ उसकी "आक्रामक और शत्रुतापूर्ण" नीति को उजागर करता है. किम ने कहा, "कोरियाई प्रायद्वीप पर युद्धरत पक्षों को पहले कभी भी इतने खतरनाक और तीव्र टकराव का सामना नहीं करना पड़ा, क्योंकि यह युद्ध थर्मोन्यूक्लियर (परमाणु) युद्ध में बदल सकता है."
किम और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच 2018 और 2019 में सिंगापुर, हनोई और कोरियाई सीमा पर तीन महत्वपूर्ण बैठकें हुई थीं. लेकिन उत्तर कोरिया के परमाणु हथियारों को त्यागने और अमेरिका से प्रतिबंधों में राहत की मांग को लेकर दोनों देशों के बीच मतभेद रहे, जिसके कारण कूटनीति सफल नहीं हो पाई.
ट्रंप ने हमेशा किम के साथ अपने अच्छे रिश्तों का समर्थन किया और हाल ही में कहा था कि उन्होंने इन रिश्तों की बदौलत परमाणु युद्ध को टाला. किम ने अपने भाषण में यह भी कहा कि उत्तर कोरिया अब "अति-आधुनिक" हथियारों को विकसित और उन्नत करेगा. उन्होंने देश की रक्षा क्षमताओं को और मजबूत करने की कसम खाई. इस दौरान, उन्होंने सामरिक और रणनीतिक हथियारों की प्रदर्शनी भी लगाई.
किम का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब उत्तर कोरिया और रूस के बीच सैन्य सहयोग बढ़ रहा है. हाल ही में, उत्तर कोरिया ने रूस को यूक्रेन युद्ध में मदद करने के लिए 10,000 से अधिक सैनिक भेजे हैं, जिसे लेकर अंतरराष्ट्रीय आलोचना हो रही है.
पिछले हफ्ते, किम ने उत्तर कोरिया की सेना से युद्ध लड़ने की क्षमता को बढ़ाने का आग्रह किया था और अमेरिका और उसके सहयोगियों पर आरोप लगाया था कि उन्होंने कोरियाई प्रायद्वीप को "इतिहास के सबसे खराब दौर" तक पहुंचा दिया है. किम ने इसे "दुनिया का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट" भी कहा. First Updated : Friday, 22 November 2024