ईरान की उलटी गिनती शुरू, परमाणु बम गिराने के लिए B-2 बॉम्बर तैयार! बस ट्रंप के आदेश का इंतजार!
अमेरिका और ईरान के बीच तनाव अपने चरम पर पहुंच चुका है. पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा दिए गए अल्टीमेटम की समय सीमा खत्म होने को है, और अब ईरान के पास केवल दो ही विकल्प बचे हैं. या तो अमेरिका की शर्तें मान ले या फिर एक विनाशकारी हमले के लिए तैयार रहे.

ईरान और अमेरिका के बीच तनाव अपने चरम पर पहुंच चुका है. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा दिए गए अल्टीमेटम का समय समाप्त होने को है, और अब ईरान के पास केवल दो विकल्प बचे हैं या तो अमेरिका की शर्तें मानें या फिर एक विनाशकारी हमले के लिए तैयार रहें. अमेरिका के सबसे खतरनाक परमाणु बम गिराने में सक्षम B-2 बॉम्बर ब्रिटिश डिएगो गार्सिया एयरबेस पर जुटने लगे हैं. यह संकेत है कि यदि ट्रंप का आदेश मिलता है, तो ईरान पर बड़ा हमला हो सकता है.
ट्रंप का ईरान को आखिरी अल्टीमेटम
डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को कड़ा संदेश दिया है कि या तो वह नए परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर करें या फिर अमेरिका के सैन्य बल का सामना करने के लिए तैयार रहें. ट्रंप ने ईरान को दो महीने की डेडलाइन दी थी, जिसमें से केवल पांच सप्ताह शेष हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, ईरान ने ओमान के जरिए व्हाइट हाउस को कुछ संदेश भेजे हैं, लेकिन उनके बारे में कोई आधिकारिक जानकारी उपलब्ध नहीं है. ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने साफ कहा है कि जब तक अमेरिका ईरान पर दबाव बनाता रहेगा, तब तक किसी भी तरह की वार्ता संभव नहीं होगी. हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि ईरान के पास अब ज्यादा विकल्प नहीं बचे हैं.
ईरान के लिए सबसे बड़ा खतरा
अमेरिका का B-2 स्पिरिट बॉम्बर दुनिया का सबसे शक्तिशाली बमवर्षक विमान है, जो परमाणु बम गिराने की क्षमता रखता है. इस बॉम्बर की अधिकतम गति 1,010 किमी प्रति घंटा है और यह 11,100 किमी की रेंज तक मार कर सकता है. रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिकी सेना के कम से कम पांच B-2 बॉम्बर पहले ही डिएगो गार्सिया एयरबेस पर तैनात कर दिए गए हैं, जो ईरान से सिर्फ 2300 किमी की दूरी पर स्थित है. B-2 बॉम्बर 25 टन तक के बम गिराने में सक्षम है और किसी भी बड़े टारगेट को पूरी तरह नष्ट कर सकता है. अमेरिकी सेना ने हाल ही में यमन में हाउथी विद्रोहियों के खिलाफ हवाई हमले किए थे, जिसके बाद B-2 बॉम्बर को भी अलर्ट पर रखा गया है.
ईरान को लेकर ट्रंप का बड़ा डर
डोनाल्ड ट्रंप को आशंका है कि ईरान उनकी हत्या करवा सकता है. इसीलिए उन्होंने अपनी टीम को आदेश दिया है कि यदि ईरान उनके खिलाफ कोई भी साजिश रचता है, तो अमेरिका को तुरंत इस्लामिक देश को पूरी तरह तबाह करने का प्लान लागू कर देना चाहिए. फरवरी में ट्रंप ने साफ कहा था कि यदि ईरान उन्हें नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता है, तो अमेरिका की प्रतिक्रिया विनाशकारी होगी.
ईरान को लिखी ट्रंप की धमकी भरी चिट्ठी
7 मार्च को डोनाल्ड ट्रंप ने ईरानी सुप्रीम लीडर अली खामेनेई को एक सख्त पत्र भेजा, जिसमें उन्होंने सीधे तौर पर कहा कि ईरान को परमाणु समझौते पर अमेरिका के साथ वार्ता करनी होगी. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ईरान समझौते को ठुकराता है और परमाणु कार्यक्रम को आगे बढ़ाता है, तो अमेरिका उसे भारी सैन्य कार्रवाई के जरिए जवाब देगा. अब पूरी दुनिया की नजरें इस पर टिकी हैं कि क्या ईरान अमेरिका के सामने झुकेगा या फिर एक विनाशकारी युद्ध के लिए तैयार रहेगा.