गाजा में मासूमों पर कहर.. हर घंटे एक बच्चे की मौत, UN का खौफनाक खुलासा
Gaza conflict: संयुक्त राष्ट्र राहत एवं कार्य एजेंसी की ताजा रिपोर्ट के अनुसार गाजा पट्टी में हर घंटे एक बच्चा अपनी जान गंवा रहा है. UNRWA ने यूनिसेफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि 7 अक्टूबर 2023 को हमास और इजरायल के बीच संघर्ष शुरू होने के बाद से गाजा में 14,500 से अधिक बच्चे मारे जा चुके हैं.
Gaza conflict: गाजा में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. हर तरफ तबाही और दर्दनाक मंजर देखने को मिल रहा है. संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) की ताजा रिपोर्ट ने इस गंभीर स्थिति पर रोशनी डाली है. रिपोर्ट के मुताबिक, गाजा पट्टी में हर घंटे एक बच्चा अपनी जान गंवा रहा है. यह आंकड़ा दिल दहला देने वाला है और इस त्रासदी की भयावहता को दर्शाता है.
यूएनआरडब्ल्यूए ने इस बात पर जोर दिया है कि बच्चों की हत्या किसी भी परिस्थिति में स्वीकार्य नहीं है. जो बच्चे इन हमलों में बच भी जाते हैं, वे शारीरिक और मानसिक तौर पर गहरे आघात का सामना कर रहे हैं.
हर घंटे एक बच्चे की मौत
यूएनआरडब्ल्यूए ने यूनिसेफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि 7 अक्टूबर 2023 को हमास और इजराइल के बीच शुरू हुए संघर्ष के बाद से अब तक गाजा में 14,500 से अधिक बच्चों की मौत हो चुकी है. हर घंटे एक बच्चे की मौत हो रही है. रिपोर्ट में कहा गया है कि गाजा में पढ़ाई से वंचित बच्चे मलबे के ढेर में अपने भविष्य की तलाश करते नजर आते हैं. “इन बच्चों के लिए समय निकलता जा रहा है. वे अपना वक्त, अपना भविष्य और सबसे बढ़कर अपनी उम्मीद खो रहे हैं,” रिपोर्ट में कहा गया.
हमले के कारण बढ़ती मौतें
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, गाजा के हेल्थ ऑफिसर्स ने मंगलवार को बयान दिया कि इजरायली हमलों में अब तक मरने वालों की संख्या 45,338 तक पहुंच चुकी है. इन हमलों ने गाजा पट्टी में रह रहे लाखों लोगों के जीवन को तहस-नहस कर दिया है.
सीजफायर पर बातचीत जारी
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सोमवार को कहा कि हमास के साथ बंधकों के लिए सीज़फायर समझौते को अंतिम रूप देने की कोशिशें जारी हैं. हालांकि, इसमें कितना वक्त लगेगा, यह अभी स्पष्ट नहीं है. इजरायल के विदेश मंत्री गिदोन सा'र ने समझौते को “चरणबद्ध, क्रमिक रूपरेखा” करार दिया.
मीडिएटर्स की कोशिशें
कतर, मिस्र और अमेरिकी मीडिएटर्स की अगुवाई में सीज़फायर को लेकर बातचीत में प्रगति की खबरें हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस नतीजा सामने नहीं आया है.