पेजर की दास्तान: क्या हिजबुल्लाह की गलती से हुआ इजराइल का खतरनाक हमला

हिजबुल्लाह ने सुरक्षित संचार के लिए पेजर का इस्तेमाल किया लेकिन यह उनकी गलती साबित हुई. इजराइल ने इन पेजर्स में विस्फोटक लगा दिए, जिससे बेरूत में भीषण धमाका हुआ और उसमें कई लोग मारे गए. हिजबुल्लाह ने इजराइल को इसका जिम्मेदार ठहराया लेकिन इजराइल ने इसपर चुप्पी साध ली.

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Hezbollah Mistake: हिजबुल्लाह, लेबनान का एक प्रमुख आतंकवादी संगठन है, जो अपने लड़ाकों के लिए सुरक्षित संचार माध्यम के रूप में पेजर का चयन कर रहा था. यह निर्णय उनकी सुरक्षा और गोपनीयता के मद्देनज़र लिया गया था. लेकिन उन्हें क्या पता था कि यही पेजर उनके लिए भारी नुकसान का कारण बनेगा.

हाल ही में हुए एक हमले में हिजबुल्लाह के पेजर, इजराइल की एक गुप्त योजना का हिस्सा बन गए.हिजबुल्लाह ने अपने लड़ाकों को सेलफोन का इस्तेमाल करने से मना कर दिया था और उन्हें पेजर थमाए थे. ये पेजर उन्हें संदेश भेजने में मदद करने के लिए थे लेकिन इजराइल ने इन पेजर्स में एक विशेष तकनीक का इस्तेमाल किया.

अमेरिकी खुफिया रिपोर्टों के अनुसार, इन पेजर्स को ऐसे डिजाइन किया गया था कि इनके जरिए इजराइल ने हिजबुल्लाह के सदस्यों को निशाना बनाया.

इजराइल की रणनीति

इजराइल ने एक शेल कंपनी के माध्यम से पेजर्स का उत्पादन शुरू किया. हंगरी की कंपनी बीएसी कंसल्टिंग और ताइवान की कंपनी गोल्ड अपोलो ने मिलकर पेजर्स बनाए. इजरायली खुफिया अधिकारियों ने बताया कि ये पेजर्स असल में इजराइल की एक गुप्त योजना का हिस्सा थे. इन पेजर्स में विस्फोटक बैटरी थी, जिसका उपयोग हिजबुल्लाह के लिए हानिकारक साबित हुआ.

हमले का परिणाम

हाल ही में बेरूत में हुए एक हमले में इन पेजर्स का इस्तेमाल हुआ. धमाके में कई लोग मारे गए और 2500 से अधिक घायल हुए. हिजबुल्लाह ने इस हमले का आरोप इजराइल पर लगाया है लेकिन इजराइल ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. यह हमला हिजबुल्लाह के लिए एक बड़ा झटका साबित हुआ है और उन्हें इसकी गहराई का अंदाजा नहीं था. 

तकनीकी लड़ाई

इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच यह तकनीकी संघर्ष वर्षों से चल रहा है. इजराइल ने अपने उन्नत तकनीक का उपयोग करते हुए दुश्मनों को निशाना बनाया है, चाहे वो ईरानी परमाणु वैज्ञानिकों की हत्या हो या फिर हैकिंग के माध्यम से जानकारी हासिल करना. हिजबुल्लाह का पेजर का उपयोग एक रक्षात्मक उपाय समझा गया लेकिन यह उनके लिए आत्मघाती साबित हुआ.

हिजबुल्लाह का पेजर का प्रयोग इजराइल की तकनीकी श्रेष्ठता और युद्धक कला का एक उदाहरण है. इस घटना ने दिखा दिया है कि आधुनिक युद्ध में तकनीक किस तरह से एक नया मोड़ ले सकती है. हिजबुल्लाह को अपने संचार माध्यम के चयन पर पुनर्विचार करना होगा, वरना आने वाले समय में और भी नुकसान उठाना पड़ सकता है. इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि युद्ध सिर्फ बंदूकें और गोलियां नहीं, बल्कि तकनीकी चालें भी होती हैं. First Updated : Thursday, 19 September 2024