अब ISI पर भी भरोसा नहीं कर सकता PAK पूर्व अध्यक्ष को सेना ने किया गिरफ्तार

Pakistan News: पाकिस्तान प्रधानमंत्रियों का तो जेल में जाना बहुत आम है, पिछले दो प्रधानमंत्रियों की ही बात करें तो नवाज शरीफ ने भी जेल की हवा खाई है, इसके अलावा इमरान खान खुद इन दिनों जेल में हैं. लेकिन वहां की खुफिया एजेंसी ISI भी इनसे अलग नहीं है. हाल ही में ISI के पूर्व अध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) फैज़ हमीद को सैन्य हिरासत में ले लिया गया है. बताया जा रहा है कि उनपर संगीन आरोप लगे हैं.

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Pakistan ISI: पाकिस्तानी सेना (आईएसपीआर) के जनसंपर्क विभाग के मुताबिक पूर्व आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) फैज़ हमीद को सैन्य हिरासत में ले लिया गया है और फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. आईएसपीआर की तरफ से सोमवार को जारी एक बयान के मुताबिक,"पाकिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय, एक बड़ी जांच अदालत के आदेश का पालन करते हुए पाकिस्तानी फौज ने लेफ्टिनेंट जनरल फैज़ हमीद के खिलाफ शिकायत दर्ज की है.

पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता ने कहा कि फैज़ हमीद के खिलाफ रिटायरमेंट के बाद पाकिस्तान सेना अधिनियम के कई उल्लंघन साबित हुए हैं, जिस पर उन्हें हिरासत में ले लिया गया है और उनके खिलाफ फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. सुप्रीम कोर्ट ने 8 नवंबर, 2023 को जनरल (सेवानिवृत्त) फैज हमीद के खिलाफ एक निजी हाउसिंग सोसायटी के मालिक के आवेदन का निपटारा करते हुए टिप्पणी की थी कि पूर्व डीजीआईएसआई और उनके सहायकों के खिलाफ शिकायतों के निवारण के लिए रक्षा मंत्रालय समेत सभी संबंधित फोरम से संपर्क करें.

क्या है पूरा मामला:

15 नवंबर 2023 को मामले के लिखित फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पूर्व फैज हमीद पर लगे बेहद गंभीर आरोपों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता क्योंकि अगर ये आरोप सच साबित हुए तो देश की संस्थाओं की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचेगा.  सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश काजी फैज ईसा, जस्टिस अमीनुद्दीन और जस्टिस अतहर मिनुल्लाह की बेंट ने 'टॉप सिटी हाउसिंग स्कीम' के मालिक मोएज अहमद खान की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई की.

पद का किया गलत इस्तेमाल:

याचिका में आरोप लगाया गया कि पूर्व आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल सेवानिवृत्त फैज़ हमीद ने अपने पद का दुरुपयोग किया और उनके आदेश पर उन्हें और उनके परिवार को मार डाला. आवेदन के मुताबिक 12 मई, 2017 को पाकिस्तान रेंजर्स और ISI के कर्मियों ने एक कथित आतंकी मामले के सिलसिले में टॉप सिटी के कार्यालय और मुइज़ खान के आवास पर छापा मारा और सोने व हीरे के जेवरात समेत कीमती सामान लूट लिया . याचिका में आगे कहा गया है कि लेफ्टिनेंट जनरल (रि.) फैज हमीद के भाई सरदार नजफ ने मध्यस्थता की और इस मुद्दे को सुलझाने की कोशिश की, जो सेना में ब्रिगेडियर हैं.

'400 तोला सोना और...'

याचिका में दावा किया गया कि बैठक के दौरान जनरल (सेवानिवृत्त) फैज हमीद ने याचिकाकर्ता से कहा कि वह छापे के दौरान जब्त किए गए 400 तोला सोना और नकदी को छोड़कर कुछ सामान वापस कर देंगे. याचिका में कहा गया है कि रिटायर्ड आईएसआई ब्रिगेडियर नईम फखर और रिटायर्ड ब्रिगेडियर गफ्फार ने कथित तौर पर याचिकाकर्ता को 4 करोड़ रुपये नकद देने और कुछ महीनों के लिए एक निजी चैनल 'आप टीवी नेटवर्क' को प्रायोजित करने के लिए मजबूर किया.

पूर्व चीफ जस्टिस का भी जिक्र:

याचिका के मुताबिक, हाउसिंग सोसायटी पर अवैध कब्जे में आईएसआई के पूर्व अफसर इरतजा हारून, सरदार नजफ, वसीम ताबिश, जाहिद महमूद मलिक और मुहम्मद मुनीर भी शामिल थे. बहस के दौरान यह बात सामने आई कि सुप्रीम कोर्ट के मानवाधिकार सेल ने उक्त हाउसिंग सोसायटी से संबंधित एक अन्य मामले को भी निपटाया है. जब मुख्य चीफ जस्टिस काजी फैज ईसा ने संबंधित रिकॉर्ड मांगे तो अदालत को बताया गया कि पूर्व चीफ जस्टिस साकिब निसार ने पद छोड़ने से पहले सभी रिकॉर्ड तबाह करने का आदेश दिया था. First Updated : Monday, 12 August 2024