खैबर पख्तूनख्वा में फिर भड़की आतंकी हिंसा, सेना के कैप्टन समेत 11 की मौत, बड़ा एनकाउंटर
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के डेरा इस्माइल खान में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई, जिसमें पाकिस्तानी सेना के कैप्टन हसनैन अख्तर समेत 11 लोग मारे गए. यह कार्रवाई खुफिया जानकारी के आधार पर की गई, जिसमें सेना ने प्रतिबंधित संगठन से जुड़े 10 आतंकियों को ढेर कर दिया.

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के डेरा इस्माइल खान में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई, जिसमें पाकिस्तानी सेना के एक कैप्टन समेत 11 लोग मारे गए. यह मुठभेड़ एक खुफिया सूचना के आधार पर की गई कार्रवाई के दौरान हुई, जिसमें सेना के जवानों ने बहादुरी से आतंकियों का सामना किया.
खुफिया ऑपरेशन में कैप्टन हसनैन अख्तर ने दी शहादत
सेना की मीडिया विंग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के अनुसार, इस ऑपरेशन के दौरान कैप्टन हसनैन अख्तर ने बहादुरी से लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी. ISPR ने बयान में कहा, "कैप्टन हसनैन एक साहसी अधिकारी थे, जो अपनी वीरता और निर्भीक कार्रवाई के लिए जाने जाते थे."
आतंकियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, हथियार भी बरामद
मुठभेड़ में मारे गए 10 आतंकी एक प्रतिबंधित संगठन से जुड़े थे और कई आतंकी गतिविधियों में शामिल थे. सेना ने उनके ठिकानों से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया है. रिपोर्ट के मुताबिक, ये आतंकी सुरक्षा बलों और निर्दोष नागरिकों की टारगेट किलिंग में भी शामिल थे.
इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी
ISPR ने कहा कि "इलाके में तलाशी अभियान जारी है और सेना आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. हमारे बहादुर जवानों की कुर्बानियां इस मिशन को और मजबूत करती हैं."
सत्ता में आने के बाद बढ़ा आतंकी खतरा
अफगानिस्तान में 2021 में तालिबान के सत्ता में आने के बाद पाकिस्तान में आतंकवादी गतिविधियों में भारी इजाफा हुआ है. विशेष रूप से खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में आतंकी हमलों की संख्या बढ़ी है.
आतंकी हमलों में 42% की बढ़ोतरी
पाकिस्तान इंस्टीट्यूट फॉर कॉन्फ्लिक्ट एंड सिक्योरिटी स्टडीज़ (PICSS) की रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी 2025 में देशभर में 74 आतंकी हमले हुए, जिनमें 91 लोग मारे गए और 117 घायल हुए. खैबर पख्तूनख्वा में सबसे अधिक 46 मौतें हुईं, जिसमें 13 सुरक्षाकर्मी, 8 नागरिक और 25 आतंकी शामिल थे. इसके अलावा बलूचिस्तान भी आतंकियों के निशाने पर रहा.
आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी
पाकिस्तानी सेना ने स्पष्ट किया है कि आतंकवाद के खिलाफ यह लड़ाई जारी रहेगी और देश से आतंकवाद के सफाए तक ऑपरेशन चलते रहेंगे.