बदले की आग में जल रहा पाकिस्तान, मौलाना का गला काट चेकपोस्ट पर लटकाया
Pakistan Sectarian Violence: पाकिस्तान में शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच खूनी संघर्ष जारी है. सुन्नी मुस्लिमों के हमलों के बाद शिया मुसलमानों के बीच बदले की आग साफ नजर आ रही है. हाल ही में बगान इलाके में शिया मुस्लिमों के तूरी कबीले के सदस्यों ने एक सुन्नी मौलाना का गला काट दिया. इतना ही नहीं इसके बाद उन्होंने उनके सिर को पाकिस्तानी सेना के चेकपोस्ट पर लटका दिया.
Pakistan Sectarian Violence: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले के पैराचिनार इलाके में शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच खूनी संघर्ष जारी है. हाल ही में शिया मुस्लिमों के तूरी कबीले के सदस्यों ने एक सुन्नी मौलाना का गला काटकर उनके सिर को सेना की चेकपोस्ट पर लटका दिया. जिसके बाद य खूनी झड़प नरसंहार में बदलती नजर आ रही है.
सुन्नी और शिया समुदायों के बीच चल रहे इन हमलों में अब तक 150 से भी ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और कई गंभीर रूप से घायल हैं. प्रशासन की तमाम कोशिशों के बावजूद इलाके में तनाव और हिंसा का माहौल बना हुआ है.
150 से भी ज्यादा मुसलमानों की मौत
पाकिस्तान के कुर्रम जिले के पैराचिनार इलाके में सुन्नी और शिया समुदायों के बीच शुरू हुई हिंसा नरसंहार में बदल चुकी है. अब तक 150 से भी ज्यादा लोगों लोगों की मौत की खबर सामने आई है, जबकि 100 से अधिक शिया मुस्लिम मारे जा चुके हैं. वहीं दोनों पक्षों के घायल लोगों की संख्या 150 से ज्यादा है. घायलों में से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है.
सेना के चेकपोस्ट पर लटकाया
सुन्नी समुदाय द्वारा शिया काफिले पर हमले के बाद तूरी कबीले के शिया मुस्लिमों ने बगान इलाके में सुन्नी मौलाना औरंगजेब का गला काट दिया. इसके बाद उनका सिर पाकिस्तानी सेना के एक चेकपोस्ट पर लटका दिया. शिया समुदाय का कहना है कि यह कदम उन्होंने 100 शिया मुस्लिमों की हत्या का बदला लेने के लिए उठाया है.
पाकिस्तानी सेना को भी बना रहे निशाना
शिया लड़ाके पाकिस्तानी सेना को भी निशाना बना रहे हैं. उन्होंने कई चौकियों को आग के हवाले कर दिया है. सरकार के दावों के बावजूद दोनों पक्षों के बीच संघर्ष जारी है. बताया जा रहा है कि सेना ने दोनों समुदायों को 7 दिन के संघर्षविराम पर राजी कर लिया था, लेकिन इलाके में हिंसा नहीं थमी है.
क्या है विवाद?
कुर्रम जिले में दशकों से शिया और सुन्नी समुदायों के बीच जमीन विवाद चल रहा है. शिया गुटों का आरोप है कि सुन्नी समर्थक आतंकवादी संगठन, जैसे आईएसआईएस और तहरीक-ए-तालिबान, उन पर हमले कर रहे हैं. शिया नेता अल्लामा अहमद इकबाल रिजवी ने कहा कि यह सरकार और सेना की अक्षमता का परिणाम है. 21 नवंबर को शुरू हुई हिंसा के बाद हजारों लोग अपने घर छोड़कर पहाड़ों में शरण लेने को मजबूर हो गए हैं. प्रशासन द्वारा लगाए गए कर्फ्यू के बावजूद संघर्ष को रोकने में कोई सफलता नहीं मिल पाई है. इलाके में लगातार गोलीबारी और भारी हथियारों का इस्तेमाल हो रहा है.