पाकिस्तान सरकार का आदेश, बैसाखी यात्रा के लिए डॉलर में करना होगा भुगतान
खालसा साजना दिवस के अवसर पर पाकिस्तान स्थित धार्मिक स्थलों के दर्शन के लिए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा भेजे जाने वाले जत्थे के लिए 1942 तीर्थयात्रियों को वीजा प्राप्त हो गया है. यह जत्था 10 अप्रैल को शिरोमणि कमेटी कार्यालय से रवाना होगा. पाकिस्तान सरकार ने बैसाखी पर पाकिस्तान जाने वाले श्रद्धालुओं से बस किराए के लिए 60 अमेरिकी डॉलर (4920 भारतीय रुपये) और पाकिस्तानी मुद्रा साथ लाने को कहा है.

पाकिस्तानी औकाफ बोर्ड ने बैसाखी के त्यौहार के दौरान पाकिस्तानी गुरुद्वारों में आने वाले तीर्थयात्रियों को केवल अमेरिकी डॉलर में भुगतान करने की अनुमति देने के आदेश जारी किए हैं. ऐसे में इस बार पाकिस्तान पहुंचने वाले तीन हजार भारतीय तीर्थयात्रियों को केवल डॉलर में ही भुगतान करना होगा. ये आदेश पाकिस्तान औकाफ बोर्ड के सचिव सैफुल्लाह खोखर द्वारा जारी किए गए हैं.
आदेश में तीर्थयात्रियों से भारतीय और पाकिस्तानी मुद्रा के स्थान पर डॉलर लाने को कहा गया है. बैसाखी पर पाकिस्तान जाने वाले तीर्थयात्रियों को बस किराये के लिए 60 अमेरिकी डॉलर (4920 भारतीय रुपये) पाकिस्तानी मुद्रा लाने को कहा गया है.
भारतीय मुद्रा को पाकिस्तानी मुद्रा में बदलने में कठिनाइ
खोखर ने कहा कि सरकार को भारतीय मुद्रा को पाकिस्तानी मुद्रा में बदलने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, इसलिए तीर्थयात्रियों को पाकिस्तान में प्रवेश करने से पहले कम से कम 60 अमेरिकी डॉलर अपने साथ लाने चाहिए, अन्यथा उन्हें प्रवेश के दौरान कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है.
अन्यथा भक्तों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा.
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान सरकार के इन आदेशों के कारण तीर्थयात्रियों, विशेषकर बुजुर्गों को मुद्रा विनिमय में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. हर साल बैसाखी के अवसर पर देश के विभिन्न राज्यों से तीन हजार से अधिक तीर्थयात्री अटारी सीमा के रास्ते पाकिस्तान जाते हैं. इनमें बुजुर्ग, बच्चे और महिलाएं शामिल हैं.
बुजुर्गों और महिलाओं के लिए गुरु नगरी में आकर करेंसी बदलवाना बहुत मुश्किल काम है. पाकिस्तानी सरकार को डॉलर के दैनिक बढ़ते मूल्य से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से लाभ होता है. अधिक से अधिक विदेशी मुद्रा, विशेषकर डॉलर प्राप्त करने से पाकिस्तानी सरकार के अमेरिका के साथ व्यापारिक संबंध भी मजबूत होते हैं.
एसजीपीसी पासपोर्ट और वीज़ा जारी
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा 1942 तीर्थयात्रियों के पासपोर्ट दिल्ली स्थित पाकिस्तानी दूतावास को भेजे गए. उन्हें दूतावास द्वारा वीज़ा जारी कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि हर साल की तरह इस बार भी खालसा साजना दिवस के अवसर पर सिख श्रद्धालुओं का एक जत्था पाकिस्तान भेजा जाना है. यह जत्था 10 अप्रैल को जयकारों के साथ शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी कार्यालय से रवाना होगा. वह पाकिस्तान में गुरुद्वारा श्री पंजा साहिब हसन अब्दाल में खालसा साजना दिवस बैसाखी के मुख्य कार्यक्रम में शामिल होंगे. इसके बाद वे विभिन्न धार्मिक स्थलों के दर्शन करेंगे और 19 अप्रैल को स्वदेश लौट आएंगे. प्रताप सिंह ने बताया कि पाकिस्तान जाने वाले जिन श्रद्धालुओं के पास वीजा है, वे 9 अप्रैल को कार्यालय समय के दौरान एसजीपीसी कार्यालय से अपना पासपोर्ट प्राप्त कर सकते हैं.


