Pakistan:'पाकिस्तान में आज हिटलर जैसा माहौल', पीटीआई कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी पर इमरान खान बड़ा बयान
Pakistan Imran Khan: पाकिस्तान की शहबाज सरकार और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के बीच लगातार बयानबाजी का दौर जारी है। इमरान खान 9 मई को हुई गिरफ्तारी के बाद से शहबाज सरकार पर हमलावर है।
Pakistan Imran Khan: पड़ोसी देश पाकिस्तान में सियासी घमासान मचा हुआ है। शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान के बीच जुबानी जंग छिड़ी हुई है। दरअसल, पिछले महीने 9 मई को इमरान खान को गिरफ्तार किया गया था। हालांकि बाद में इमरान खान को कोर्ट से जमानत मिल गई थी। इमरान की गिरफ्तारी के खिलाफ देश भर में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए थे। इसके बाद पीटीआई कार्यकर्ताओं और कई नेताओं को गिरफ्तार किया गया था।
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कहा, आज कल पाकिस्तान में ऐसा माहौल बनाया जा रहा है कि अगर मुल्क के किसी भी व्यक्ति का संबंध मुझसे पाया जाता है तो उस पर बेइंतहा जुल्म किया जा रहा है। पीटीआई चीफ ने कहा कि पाकिस्तान के मौजूदा माहौल से पहले ऐसा माहौल हिटलर के शासन में था, लेकिन अब पाकिस्तान में भी हिटलर जैसा माहौल बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पीटीआई कार्यकर्ताओं पर झूठे केस लगाकर उन्हें जेल में बंद किया जा रहा है।
इमरान ने शहबाज सरकार पर लगया आरोप
पीटीआई प्रमुख इमरान खान ने शहबाज सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुझे पाकिस्तान में कमजोर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसके लिए पीटीआई से जुड़े लोगों को गिरफ्तार करते है। अगर उनमे से कोई भी ये कह देता है कि अब मैं पीटीआई से संबंध तोड़ रहा हूं तो उसे माफ कर दिया जाता है। इमरान खान ने दावा किया है कि मुझे जानबूझकर कर एक योजना के तहत गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने कहा, मुझे कार्यकर्ताओं ने बताया कि सड़को पर हिंसा कोई और कर रहा था, लेकिन हमें झूठे आरोपों में गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया है।
कई नेताओं ने छोड़ी पार्टी!
जानकारी के मुताबिक, पीटीआई कार्यकर्ताओं व नेताओं पर केस दर्ज होने और उन्हें जेल में डालने के बाद इमरान के इमरान खान के कई सहयोगी नेताओं ने पार्टी छोड़ दी है। बता दें कि 9 मई को इमरान खान को इस्लामाबाद हाईकोर्ट के बाहर से अल-कादिर ट्रस्ट मामले में गिरफ्तार किया गया था। इमरान खान की गिरफ्तारी के खिलाफ देश भर में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए थे। इस मामले में पीटीआई समर्थकों को गिरफ्तार किया गया था।