Mumtaz Baloch On CAA: भारत ने लंबे इंतज़ार के बाद CAA को लागू कर दिया है. इस कानून के लागू होने के बाद देश में कई जगह पर विरोध प्रदर्शन भी हुए. इसको लेकर बीते दिन अमित शाह ने भी लोगों के मन में पनप रहे कई सवालों के जवाब दिए थे. हाल ही में CAA को लेकर पाकिस्तान ने अपनी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज़ ज़हरा बलोच ने भारत पर टिप्पणी की है.
CAA लागू होने के बाद पाकिस्तान की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज़ ज़हरा बलोच ने भारत की निंदा करते हुए कहा कि ''भारत में CAA कानून का लागू करना हिंदू फासीवादी देश का भेदभाव करने वाला कदम है. उन्होंने कहा कि ये कानून आस्था की बुनियाद पर लोगों के साथ भेदभाव करता है. बलोच ने आगे कहा कि ''ये इस ग़लतफ़हमी पर आधारित है कि मुस्लिम देशों में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहा है और भारत अल्पसंख्यकों के लिए एक सुरक्षित देश है.''
मुमताज ज़हरा बलोच ने कहा कि पाकिस्तान की संसद ने 16 दिसंबर 2019 को एक प्रस्ताव पारित कर इस कानून की आलोचना की और इसे समानता और गैर-भेदभाव के अंतरराष्ट्रीय मानदंडों और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानून के खिलाफ करार दे दिया है.
मुमताज ज़हरा बलूच पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय में प्रवक्ता हैं, इसके साथ ही वो विदेश सचिव (रणनीतिक संचार प्रभाग और सार्वजनिक कूटनीति) के रूप में भी काम करती हैं. वो कोरिया में पाकिस्तान के राजदूत के तौर पर भी काम कर चुकी हैं.
जो पाकिस्तान CAA लागू होने के बाद भारत की निंदा कर रहा है, और भारत में अल्पसंख्यकों को लेकर चिंतित नजर आ रहा है, वो अपने गिरेबान में भी एक बार जरूर झांक कर देख ले. जैसा कि सब जानते हैं कि पाकिस्तान एक मुस्लिम देश हैं. यहां से अक्सर अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे अत्याचारों की खबरे सामने आती रहती हैं. कभी ईसाईयों के घर तोड़े जाते हैं तो कभी किसी का जबरन घर्म परिवर्तन कराया जाता है. भारत की निंदा कर देने से अपने ऊपर लगे दाग खत्म नहीं हो जाएंगे.
बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पकिस्तान में ईशनिंदा के इल्जाम में कुछ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. इसके साथ ही फ़ैसलाबाद की जरांवाला तहसील में हिंसा हुई जिसमें एक चर्च को आग के हवाले कर दिया गया. इसके साथ ही कई ईसाई इमारतों में आगजनी के मामले सामने आए.
मार-पीट करना या किसी पर केस करने के अलावा पाकिस्तान से अक्सर जबरन धर्म परिवर्तन के मामले भी सामने आते हैं. पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक, सिंध में हिंदू लड़कियों का जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कराया गया, जिसके कई मामले सामने आए थे. इसके अवाला बीबीसी की रिपोर्ट में ये भी बताया गया कि हिंदू लड़कियों को किडनैप किया जा रहा है साथ ही कई मंदिरों पर भी कब्जा करने के मामले सामने आए हैं. इसके अलावा एक सिख शख्स की हत्या का मामला भी सामने आया था. रिपोर्ट में कहा गया कि इन सारी घटनाओं पर किसी तरह का एक्शन नहीं लिया जा रहा है, सरकार ने अपनी आंखें बंद कर ली है. First Updated : Friday, 15 March 2024