Pakistan: पाकिस्तान की राजनीति में वहां की सना का कितना योगदान है यह दुनिया जानती है. कहा जाता है कि बिना सेना की इजाजत के वहां की सरकार कुछ भी नहीं करती. भले ही पूरी दुनिया पाकिस्तान पर ऐसे आरोप लगाती रही हो लेकिन अक्सर पाकिस्तान इन आरोपों से इनकार करता आया है. लेकिन इस बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने इस बात को स्वीकार किया है. शाहबाज ने इस बात को स्वीकार किया है कि उनकी सरकार भी बिना शक्तिशाली सेना के समर्थन के नहीं चल सकती. उनके इस बयान के बाद से इस बात की भी आशंका लगाई जाने लगी है कि क्या पाकिस्तान में एक बार फिर से तख्तापलट होने के आसार हैं.
पाकिस्तान के एक प्राइवेट न्यूज़ चैनल को इंटरव्यू देते हुए पाक प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने कहा कि कोई भी सरकार बिना सेना के सहयोग के नहीं चल सकती. इमरान खान जब प्रधानमंत्री बने थे तब उनके साथ सेना का समर्थन था हालांकि बाद में इमरान ने भले ही आरोप लगाए हों.
बता दें कि पाकिस्तान में अक्सर सरकार के अंदर सेना का हस्तक्षेप देखा जाता रहा है. जब से दुनिया के अंदर पाकिस्तान का वजूद आया है तब से अब तक आधे समय में वहां की सेना का ही राज रहा है. इसके अलावा जब वहां चुनी हुई सरकार का राज था तब भी पर्दे के पीछे से सेना ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
कहा तो यहां तक जाता है कि पाकिस्तान के अहम फैसलों में भी सेवा की ही मंजूरी होती है. फैसला सेवा से जुड़ा हूं या वित्तीय मामलों से वहां की आर्मी वहां की सरकार को दिशा निर्देश देती है. First Updated : Friday, 11 August 2023