दोस्त छोड़ रहे साथ..पाकिस्तान लाचार! पाक-तालिबान युद्ध के बीच इंडोनेशियाई ने मिलाया भारत से हाथ?
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो के भारत में गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के बाद पाकिस्तान न जाने को लेकर पाकिस्तान के पूर्व उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. बासित ने कहा कि यह भारत का एक और रणनीतिक कदम है, जिससे पाकिस्तान को वैश्विक मंच पर अलग-थलग किया जा रहा है.
भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में तकरार की खबरें अक्सर सुर्खियों में रहती हैं, लेकिन इस बार एक और विवाद ने तूल पकड़ा है. पाकिस्तान के पूर्व उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने हाल ही में भारत पर तीखा हमला किया, जब उन्होंने इंडोनेशियाई राष्ट्रपति के पाकिस्तान न जाने पर अपनी नाराजगी जाहिर की. बासित का कहना था कि भारत का रुख ठीक नहीं है और यह पाकिस्तान के खिलाफ एक कदम है. उन्होंने कहा कि यह कदम पाकिस्तान को वैश्विक मंच पर अलग-थलग करने की कोशिश के तहत उठाया गया है.
अब्दुल बासित ने यह भी कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और विवादों को बढ़ावा देने की बजाय, दोनों देशों को एक-दूसरे से बेहतर रिश्ते बनाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. उनका मानना है कि इस तरह के कदम से दोनों देशों के बीच असहमति और नफरत बढ़ेगी, जो कि किसी के हित में नहीं है. हालांकि, भारत ने हमेशा इस तरह के आरोपों को खारिज किया है और कहा है कि वह किसी भी देश के साथ अच्छे रिश्ते चाहता है, लेकिन पाकिस्तान को आतंकवाद और सीमा पर हिंसा रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने होंग