ट्रंप की वापसी से डरे फिलिस्तीनी नेता, कहा- मिडिल ईस्ट में बढ़ सकता है तनाव
अमेरिकी की सत्ता में 20 जनवरी को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में वापसी होगी. ट्रंप की वापसी के बाद ईरान और हमास का खात्मा होने की संभावना जताई जा रही है. फिलिस्तीनी प्राधिकरण (PA) के फतह गुट के महासचिव मोहम्मद हमदान ने दावा किया है कि ट्रंप और इजराइल की सरकार मिलकर ईरान को नष्ट करने की योजना बना रहे हैं.
वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनी प्राधिकरण के सत्तारूढ़ गुट फतह के महासचिव ने दावा किया है कि 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप की वॉइट हाउस में वापसी से ईरान और हमास का खात्मा हो जाएगा. उन्होंने कहा कि अमेरिका ने मध्य पूर्व में एक नया दृष्टिकोण अपनाया है और इसे साकार करने के लिए वह ईरान और हमास के खिलाफ कठोर कदम उठाएगा.
फतह के नेता ने यह भी कहा कि अमेरिका का यह कदम फिलिस्तीनी प्राधिकरण के लिए भी एक चुनौती हो सकता है, क्योंकि ट्रंप और इजरायल की सत्तारूढ़ सरकार मिलकर ईरान के परमाणु कार्यक्रम को रोकने के लिए आक्रमक नीति अपनाने की योजना बना रहे हैं. फिलिस्तीनी नेता ने कहा कि अगर हमास और ईरान के खिलाफ अमेरिकी नीति सफल होती है, तो यह पूरी तरह से मध्य पूर्व के नक्शे को बदल सकती है.
ईरान के साथ हमास का भी होगा खात्मा
हमदान ने न्यूयॉर्क पोस्ट से बात करते हुए कहा कि ईरान की बढ़ती परमाणु शक्ति को रोकने के लिए ट्रंप पूर्वव्यापी हमलों पर विचार कर रहे थे. उनका कहना है कि ईरान का विनाश होने से हमास का भी खात्मा हो जाएगा, क्योंकि हमास अंतरराष्ट्रीय मान्यता को नकारता है.
हमास और PA के बीच तनाव
हाल ही में, हमास ने फिलिस्तीनी प्राधिकरण के खिलाफ संघर्ष का आह्वान किया था. और पश्चिमी तट पर फिलिस्तीनी नेताओं को आक्रामक तरीके से चुनौती दी थी. वहीं, फतह गुट ने इजराइल के अस्तित्व को स्वीकार करते हुए पश्चिमी तट पर बस्तियों के विस्तार को नकारा. हमदान ने यह भी कहा कि वे अमेरिकी विदेश नीति पर संदेह करते हैं खास कर सीरिया और अफगानिस्तान में हुए घटनाक्रमों को लेकर. उन्होंने दावा किया कि अमेरिका ने कई चरमपंथी इस्लामी समूहों को समर्थन दिया है, जिनसे नया मध्य पूर्व बनाने की कोशिश की जा रही है. ऐसे में भविष्य में अमेरिकी विदेश नीति और ट्रंप के निर्णयों का मध्य पूर्व पर बड़ा प्रभाव पड़ सकता है.