PM Modi: 'भारत अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार', अमेरिकी अखबार को दिए इंटरव्यू में बोले पीएम मोदी
PM Modi Interview: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी दौरे से पहले अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल को एक इंटरव्यू दिया। इस दौरान पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत के विस्तार और भारत-चीन के रिश्तों पर बात रखी है।
PM Modi US Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 जून (मंगलवार) को अमेरिका की अधिकारिक यात्रा के लिए रवाना हो गए है। जो बाइडेन और अमेरिकी की प्रथम महिला जिल बाइडेन के निमंत्रण पर पीएम मोदी यह यात्रा कर रहे हैं। पीएम मोदी की इस यात्रा को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस यात्रा पर रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल को एक इंटरव्यू दिया। इस दौरान पीएम मोदी ने विश्व राजनीति में भारत की भूमिका, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के विस्तार और चीन समेत कई विषयों पर अपनी राय रखी है।
विश्व राजनीति में देश की भूमिका पर बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत एक अधिक ऊंची, गहरी, बड़ी पहचान और एक भूमिका का हकदार है। भारत किसी देश की भूमि लेने की कोशिश नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत की इस प्रक्रिया को विश्व में अपना सही स्थान प्राप्त करने के रूप में देखना चाहिए।
भारत शांतिपूर्ण समाधान में विश्वास रखता है
भारत-चीन के संबंधों को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच सामान्य संबंध होने के लिए बॉर्डर पर अमन-चैन का होना बेहद जरूरी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने, कानून के शासन का पालन करने और मतभेदों और विवादों के शांतिपूर्ण समाधान में विश्वास रखते हैं, लेकिन भारत अपनी संप्रभुता और गरिमा की रक्षा करने के लिए पूरी तरह तैयार और प्रतिबद्ध है।
भारत शांति के पक्ष में-पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि सभी देशों को अंतरराष्ट्रीय कानून और दूसरे देशों की संप्रभुता सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि विवादों को कूटनीति और संवाद से सुलझाया जाना चाहिए, युद्ध से नहीं। भारत किस तरफ खड़ा है इस सवाल के जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि हम तटस्थ हैं, लेकिन हम तटस्थ नहीं हैं। हम शांति के पक्ष में हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया को पूरा भरोसा है कि भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता शांति है।
यूएनएससी पर क्या बोले पीएम मोदी?
भारत काफी समय से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में स्थायी सदस्य की मांग करता रहा है। यूएनएससी को लेकर पीएम मोदी ने कहा, सुरक्षा परिषद की वर्तमान सदस्यता का मूल्यांकन होना चाहिए और दुनिया से पूछा जाना चाहिए कि क्या वह चाहती है कि भारत वहां रहे। रूस-यूक्रेन यद्ध को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि भारत जो कुछ भी कर सकता है, वो करेगा और संघर्ष को समाप्त करने और स्थायी शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के सभी प्रयासों का समर्थन करता है।