पुतिन की बिगड़ी सेहत से उठा पर्दा, जेलेंस्की ने किया बड़ा दावा!, इस बीमारी से पीड़ित हैं रूसी राष्ट्रपति

व्लादिमीर पुतिन के खराब स्वास्थ्य के बारे में अफवाहों के बीच, यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने आग में घी डालने का काम किया है. उन्होंने कहा कि रूसी नेता का अंत निकट हो सकता है. भू-राजनीतिक परिदृश्य में खलबली मचाने वाला यह बयान ऐसे समय आया जब पुतिन की शारीरिक स्थिति के बारे में अटकलें तेज़ हो रही हैं. 

Lalit Sharma
Edited By: Lalit Sharma

इंटरनेशनल न्यूज. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने रूस को लेकर तीखी टिप्पणी की है.उन्होंने कहा कि व्लादिमीर पुतिन जल्द ही मर जाएंगे और यह सच है. उन्होंने यह बात मीडिया रिपोर्ट्स को लेकर कही, जिसमें दावा किया गया है कि व्लादिमीर पुतिन की तबीयत खराब है.पश्चिमी मीडिया ने एक तस्वीर शेयर करते हुए दावा किया है कि व्लादिमीर पुतिन की तबीयत ठीक नहीं है.उस तस्वीर में दिख रहा है कि व्लादिमीर पुतिन एक हाथ से टेबल को बहुत मजबूती से पकड़े हुए हैं. इसी आधार पर उनके स्वास्थ्य को लेकर दावे किए जा रहे हैं. बता दें कि डेली मेल, इंडिपेंडेंट समेत पश्चिमी देशों के कई मीडिया संस्थान अक्सर व्लादिमीर पुतिन की सेहत को लेकर कयास लगाते रहे हैं।

युद्ध विराम और पुतिन के अंत की भविष्यवाणी 

इस बीच, बुधवार को जेलेंस्की ने फ्रांसीसी नेता इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात की. इस दौरान जेलेंस्की ने कहा कि व्लादिमीर पुतिन यूरोप को भी निशाना बनाना चाहते हैं. इसके लिए उन्होंने अंदर से अभियान छेड़ रखा है और हंगरी उनके साथ है, लेकिन जल्द ही व्लादिमीर पुतिन की मौत हो जाएगी. यह सच है और इसके साथ ही पूरा संघर्ष खत्म हो जाएगा. जेलेंस्की ने कहा कि मुझे इस बात का भी भरोसा है कि अमेरिका के दबाव में रूस बिना किसी शर्त के युद्ध विराम के लिए राजी हो जाएगा. उन्होंने कहा कि हम शांति चाहते हैं, लेकिन रूस लगातार हम पर हमले कर रहा है. यहां तक ​​कि आम नागरिकों पर भी हमला कर रहा है. उन्होंने कहा कि रूस अकेले युद्ध विराम की शर्तें तय नहीं कर सकता.

जल्द खत्म हो जाएगा पुतिन का शासन: ज़ेलेंस्की

आपको बता दें कि यूरोपीय संघ के देशों ने यूक्रेन के मुद्दे पर गुरुवार को बैठक बुलाई है. इस बैठक में यह तय किया जाएगा कि युद्ध विराम समझौता किस तरह होगा. एक विकल्प यह है कि जो यूरोपीय देश इच्छुक हैं उनकी सेनाओं को भी यूक्रेन में तैनात किया जाए. हालांकि इमैनुएल मैक्रों इसके खिलाफ हैं. उनका कहना है कि अगर ऐसा हुआ तो यूरोप का सीधा मुकाबला रूस से हो जाएगा. इतना ही नहीं अगर रूस यूक्रेन पर हमला करता है तो यह शांति सेनाओं पर भी हमला होगा. आपको बता दें कि अमेरिका का स्पष्ट मत है कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध विराम समझौता होना चाहिए. यूक्रेन इसके लिए तैयार है लेकिन रूस की तरफ से इसके लिए कुछ शर्तें भी रखी गई हैं.

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27 March 2025, 12:27 PM IST

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