Russia President Bladimir Putin: रूस के राष्ट्रपति के तौर पर पांचवी बार शपथ लेने वाले व्लादिमिर पुतिन ने अपने इरादे साफ बता दिए. पुतिन ने शपथ लेने के बाद सबसे पहले संबोधन में साफ-साफ शब्दों ने कहा कि ये पश्चिमी देशों पर निर्भर है कि वह रूस से बातचीत करना चाहते हैं या फिर रूस के विकास में बाधा डालने की कोशिश करते हुए गुस्से का शिकार होना चाहते हैं. व्लादिमिर पुतिन ने पश्चिमी देशों का नाम लेते हुए कहा कि अगर हम पर दबाव डाला को ताबाही के लिए तैयार रहे.
रूस के भविष्य और पश्चिमी देशों के साथ अपने संबंधों को लेकर पुतिन ने कहा कि हम हम पश्चिमी देशों से बातचीत के लिए तैयार हैं, ये उनको सोचना है कि वे रूस से बातचीत करें या हमारे ऊपर दबाव की नीति को जारी रखने की कोशिश करेंगे, जैसा कि वे कई सालों से करते चले आ रहे हैं. पुतिन ने आगे कहा कि सुरक्षा और रणनीतिक स्थिरता जैसे मुद्दे शमिल होने चाहिए. जो भी बातचीत की जाए वो सामान शर्तों पर होनी चाहिए. खुद को अहंकार ओर सुपिरियर जैसा भाव नहीं होना चाहिए .
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि रूस के लिए काम करने का मौका मिलना मेरे कर्तव्य के समान हैं. आगे पुतिन ने कहा कि कि कुछ सालों में समाज काफी बदल गया है. आज के समय में विश्वसनीयता, पारस्परिक जिम्मेदारी, ईमानदारी, बड़प्पन और साहस को लोग महत्व ज्यादा देते हैं. पुतिन ने ये भी कहा कि वो राज्य के प्रमुख के तौर पर अपनी शक्तियों का इस्तेमाल कर उन रूसी नागरिकों को आगे बढाएंगे. जिन लोगों ने अपनी वफादारी साबित की है ऐसे नागरिकों को प्रशासन , अर्थव्यवस्था और अन्य क्षेत्रों में महत्वपूर्ण पद दिए जाएंगे. First Updated : Tuesday, 07 May 2024