प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को जापान के हिरोशिमा में क्वाड देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि 2024 में क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने में भारत को खुशी होगी। पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बनीज और जापान के पीएम फुमियो किशिदा के साथ बैठक में कहा कि इस क्वाड समिट में हिस्सा लेते मुझे खुशी हो रही है। उन्होंने कहा कि हम एकमत है कि इंडो-पैसिफिक की सुरक्षा और सफलता केवल इस क्षेत्र के लिए ही नहीं बल्कि विश्व के लिए महत्वपूर्ण है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्वाड शिखर सम्मेलन में कहा कि "इस क्वाड समिट में हिस्सा लेते हुए मुझे खुशी हो रही है। क्वाड समूह इंडो-पैसिफिक में शांति, स्थिरता और समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि इंडो-पैसिफिक व्यापार, इनोवेशन और विकास का इंजन है।"
पीएम मोदी ने आगे कहा कि "हम एकमत है कि इंडो-पैसिफिक की सुरक्षा और सफलता केवल इस क्षेत्र के लिए ही नहीं बल्कि विश्व के लिए महत्वपूर्ण है। रचनात्मक एजेंडा के साथ, साझा लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार पर हम आगे बढ़ रहे हैं। साझा प्रयासों के साथ मुक्त, खुला और समावेशी इंडो-पैसिफिक के हमारे विज़न को व्यावहारिक आयाम दे रहे हैं।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज को इस समिट की सफल अध्यक्षता के लिए अभिनंदन और बधाई देता हूं। 2024 में क्वाड नेताओं के शिखर सम्मेलन का आयोजन करने में भारत को खुशी होगी। क्वाड चार देशों का एक समूह है। भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया इसमें शामिल है।
इससे पहले पीएम मोदी ने जापान के हिरोशिमा में जी-7 शिखर सम्मेलन के मौके पर यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की से मुलाकात की। रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद दोनों नेताओं के बीच पहली मुलाकात है। हालांकि, यूक्रेन युद्ध के दौरान पीएम मोदी और जेलेंस्की के बीच फोन पर बातचीत हुई है। पीएम मोदी ने कहा कि "यूक्रेन में चल रहा युद्ध पूरे विश्व के लिए बहुत बड़ा मुद्दा है। पूरे विश्व पर इसके अनेक प्रकार के प्रभाव भी पड़े हैं। मैं इसे राजनीति का मुद्दा नहीं मानता, मेरे लिए ये अर्थव्यवस्था और मानवता का मुद्दा है। इसके समाधान के लिए भारत और निजी रूप से मैं स्वयं, हमसे जो कुछ भी हो सकता है हम अवश्य करेंगे।"
विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने बताया कि "यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के साथ हुई वार्ता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संवाद और कूटनीति के माध्यम से आगे का रास्ता निकालने पर ज़ोर दिया है और भारत द्वारा यूक्रेन के लोगों को दी जा रही मानवीय सहायता जारी रखे जाने की बात कही है।" First Updated : Saturday, 20 May 2023