उनका समय गुजर चुका, कनाडा के करीब 20 सांसद ट्रूडो से कर सकते हैं बगावत

Canada: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की परेशानियां बढ़ सकती हैं. उनकी अपनी पार्टी के कुछ सांसद, जो पहले से उनकी आलोचना कर रहे थे, अब आधिकारिक रूप से उनका इस्तीफा मांगने की योजना बना रहे हैं. कनाडा के प्रमुख दैनिक द ग्लोब एंड मेल ने बताया है कि कम से कम 20 सांसद ट्रूडो को हटाने के लिए हस्ताक्षर करने के लिए तैयार हैं. यह कोशिशें अब गंभीर दिशा में बढ़ती दिख रही हैं.

calender

Canada: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की परेशानियां बढ़ सकती हैं. उनकी अपनी पार्टी के कुछ सांसद, जो पहले से उनकी आलोचना कर रहे थे, अब आधिकारिक रूप से उनका इस्तीफा मांगने की योजना बना रहे हैं. कनाडा के प्रमुख दैनिक 'द ग्लोब एंड मेल' ने बताया है कि कम से कम 20 सांसद ट्रूडो को हटाने के लिए हस्ताक्षर करने के लिए तैयार हैं. यह कोशिशें अब गंभीर दिशा में बढ़ती दिख रही हैं.

रिपोर्ट के अनुसार, पार्टी के सदस्य जल्द ही ट्रूडो के इस्तीफे की मांग करेंगे. तीन लिबरल सांसदों ने कहा कि यह मांग दो चरणों में की जाएगी. पहले, इस सप्ताह के अंत तक लिखित रूप में और फिर बुधवार को पार्टी की बैठक में सार्वजनिक रूप से. इससे पहले, लिबरल सांसद सीन केसी ने ट्रूडो के इस्तीफे की मांग की थी. उन्होंने कहा कि लोग अब ट्रूडो को गंभीरता से नहीं ले रहे और चाहते हैं कि वह हट जाएं.

लिबरल कॉकस में ट्रूडो के नेतृत्व को लेकर चिंता

केसी ने बताया कि लिबरल कॉकस में ट्रूडो के नेतृत्व को लेकर चिंता है और यह चिंता पहले से कहीं अधिक बढ़ गई है. कनाडा की चुनावी प्रक्रियाओं में विदेशी हस्तक्षेप की जांच के दौरान ट्रूडो पर और भी आलोचनाएं हुई हैं. कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पियरे पोइलिवरे ने ट्रूडो को चुनौती दी है कि वह उन सांसदों के नाम बताएं जो विदेशी हस्तक्षेप में शामिल हैं. उन्होंने कहा कि ट्रूडो झूठ बोल रहे हैं और इससे ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं.

ट्रूडो की नेतृत्व क्षमता पर उठे सवाल

इस साल की शुरुआत में, एक लिबरल सांसद केन मैकडोनाल्ड ने भी ट्रूडो की नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठाए थे. हाल ही में ट्रूडो ने कहा था कि उन्हें भारत के खिलाफ आरोप लगाने के लिए ठोस सबूत नहीं मिले थे. भारत ने बार-बार कहा है कि ट्रूडो राजनीतिक फायदे के लिए भारत को बदनाम कर रहे हैं. भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि कनाडा ने गंभीर आरोपों का कोई सबूत नहीं दिया है, और इस स्थिति के लिए सिर्फ प्रधानमंत्री ट्रूडो जिम्मेदार हैं. First Updated : Saturday, 19 October 2024