Russia Ukraine War: रूस को यूक्रेन के कुर्स्क क्षेत्र पर हमले के बारे में पहले से ही जानकारी थी. रूसी सेना को को यूक्रेन के इस ऑपरेशन के बारे में कई महीनों पहले ही पता चल गया था. रूस इस ऑपरेशन को रोकने की तैयारी कर रहा था. यूक्रेनी सेना द्वारा जब्त किए गए कथित रूसी दस्तावेजों से यह जानकारी सामने आई है. द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, मास्को को फ्रंटलाइन पर रूसी सैनिकों के कम होते मनोबल को लेकर चिंताएं थीं. चिंताएं तब और बढ़ गईं जब एक रूसी सैनिक ने लंबे समय तक फ्रंट लाइन पर सेवा के कारण आत्महत्या कर ली.
रिपोर्ट के अनुसार, इन दस्तावेजों से पता चलता है कि क्रेमलिन ने रूसी कमांडरों को निर्देश दिया था कि वे सैनिकों को हर दिन सरकारी मीडिया को देखने के लिए प्रेरित करें ताकि उनकी मानसिक स्थिति में सुधार हो सके. यूक्रेन का दावा है कि उसने कुर्स्क क्षेत्र में रूसी चौकियों से ये दस्तावेज जब्त किए हैं. हालांकि, द गार्जियन ने दस्तावेजों की पुष्टि से इंकार कर दिया है. हालांकि, दस्तावेजों में वास्तविक रूसी सेना की संचार प्रणाली की विशेषताएं थीं.
यूक्रेनी बलों ने रूसी आंतरिक मंत्रालय और जासूसी एजेंसी FSB से जुड़े दस्तावेज भी जब्त किए हैं. कुछ दस्तावेज 6 अगस्त को यूक्रेन के कुर्स्क क्षेत्र में आक्रमण शुरू करने से केवल छह सप्ताह पहले के हैं. रिपोर्ट के अनुसार, ये दस्तावेज़ संभवतः रूस की 488वीं गार्ड मोटराइज्ड राइफल रेजिमेंट से संबंधित हैं.
4 जनवरी को एक प्रविष्टि में बताया गया कि रूस को यूक्रेनी सशस्त्र समूहों द्वारा राज्य सीमा पर घुसपैठ की संभावना के बारे में जानकारी थी. मास्को ने सेना से कहा था कि वे प्रशिक्षण और सतर्कता बढ़ाएं ताकि किसी भी हमले को विफल किया जा सके. इसके बाद 19 फरवरी को रूसी कमांडरों को फिर से चेतावनी दी गई कि सुमी क्षेत्र से रूसी क्षेत्र में तेजी से बढ़ने का खतरा है .
फिर मार्च में फ्रंटलाइन पर तैनात इकाइयों से रक्षा बढ़ाने और यूक्रेनी सीमा पार हमले की तैयारी के लिए इकाइयों और मजबूत बिंदुओं के नेतृत्व के लिए अतिरिक्त अभ्यास आयोजित करने के लिए कहा गया.
First Updated : Friday, 20 September 2024