रूस की नई नीति: क्या पुतिन अब छोटी-सी गलती पर भी करेंगे परमाणु हमला?

रूस ने अपनी परमाणु नीति में बड़ा बदलाव किया है, जिससे अब वह छोटी-छोटी घटनाओं पर भी परमाणु हथियार का इस्तेमाल कर सकता है. यह बदलाव यूक्रेन युद्ध के बीच आया है और विशेषज्ञ इसे रूस की रणनीतिक धमकी मान रहे हैं. अब सवाल यह है कि क्या रूस वाकई परमाणु हमला करेगा, या ये सिर्फ एक दबाव बनाने की चाल है? जानें पूरी खबर में!

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Edited By: Aprajita

Russia New Nuclear Policy: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच रूस की परमाणु नीति में आए बदलाव ने पूरी दुनिया को चिंता में डाल दिया है. रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने हाल ही में देश की परमाणु नीति में एक बड़ा बदलाव किया है, जिससे यह साफ हो गया है कि रूस अब छोटी से छोटी परिस्थितियों में भी परमाणु हथियार का इस्तेमाल कर सकता है. इस नई नीति से वैश्विक सुरक्षा को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं, खासकर जब यूक्रेन का युद्ध और भी बढ़ता जा रहा है. आइए जानें, रूस की नई परमाणु नीति का क्या मतलब है और इससे युद्ध पर क्या असर पड़ सकता है.

कब और कैसे करेगा रूस परमाणु हमला?

पुतिन ने रूस की परमाणु नीति को अपडेट करते हुए एक दस्तावेज जारी किया है, जिसमें यह बताया गया है कि किन परिस्थितियों में रूस परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है. इस दस्तावेज के मुताबिक, अगर कोई परमाणु ताकत रूस या उसके सहयोगियों पर हमला करती है, तो इसे एक संयुक्त हमले के रूप में देखा जाएगा. यानी, अगर रूस पर हमला होता है, तो रूस को इसे अपने देश पर हमले के रूप में ही मानना होगा और इस पर तुरंत प्रतिक्रिया करने का हक मिलेगा.

नई परमाणु नीति के तहत, अगर रूस पर कोई बड़ा हवाई हमला किया जाता है, तो उसे जवाब देने के लिए रूस परमाणु हमला कर सकता है. यही नहीं, अगर रूस या बेलारूस के खिलाफ पारंपरिक हथियारों से हमला किया जाता है और इससे उनकी संप्रभुता या क्षेत्रीय अखंडता को खतरा होता है, तो भी रूस परमाणु हथियार का इस्तेमाल कर सकता है. इसके अलावा, अगर रूस को यह जानकारी मिलती है कि उसके खिलाफ बैलिस्टिक मिसाइलें लॉन्च की जा रही हैं, तो भी परमाणु हमला हो सकता है.

यूक्रेन युद्ध पर क्या असर पड़ेगा?

रूस की इस नई परमाणु नीति ने यूक्रेन युद्ध में और भी अनिश्चितता पैदा कर दी है. पुतिन ने यह बदलाव ऐसे समय में किया है जब यूक्रेन को अमेरिका की तरफ से ATACMS मिसाइलें दी गई थीं, जिनके जरिए यूक्रेन ने रूस के ब्रांस्क क्षेत्र में हमला किया. बाइडन प्रशासन के अधिकारियों का मानना है कि हालांकि इस नीति से रूस की परमाणु क्षमता को लेकर चिंता बढ़ी है, लेकिन तुरंत परमाणु हमले की संभावना नहीं है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि रूस यूक्रेन युद्ध के बावजूद परमाणु हथियारों का इस्तेमाल नहीं करेगा, लेकिन इस नीति ने यह साफ कर दिया है कि रूस अब हर प्रकार के हमले पर प्रतिक्रिया देने का रास्ता खोल चुका है.

क्या है रूस की रणनीति?

रूस की नई परमाणु नीति ने पूरी दुनिया को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि रूस यूक्रेन के बहाने अमेरिका और पश्चिमी देशों को डराने की कोशिश कर रहा है. पुतिन का उद्देश्य स्पष्ट है—वह रूस की सुरक्षा को लेकर किसी भी प्रकार के खतरे को गंभीरता से लेने की बात कर रहे हैं. हालांकि, रूस ने अब तक परमाणु हमले का कोई इरादा नहीं दिखाया है, लेकिन यह नई नीति ऐसे समय में आई है जब युद्ध में स्थिति और भी तनावपूर्ण होती जा रही है. रूस का यह कदम पश्चिमी देशों को एक स्पष्ट संदेश देता है कि वह किसी भी हाल में अपनी संप्रभुता को खतरे में नहीं डालने देगा.

क्या रूस का परमाणु कदम युद्ध को और बढ़ा सकता है?

रूस की नई परमाणु नीति ने दुनिया को एक बार फिर यह याद दिलाया है कि परमाणु हथियारों का इस्तेमाल युद्ध के हालात को और भी जटिल बना सकता है. हालांकि, अभी तक इस नीति का कोई खतरनाक परिणाम सामने नहीं आया है, लेकिन यह स्पष्ट है कि रूस अब अपनी रक्षा के लिए किसी भी सीमा तक जा सकता है. दुनिया की नजरें अब इस बात पर टिकी हैं कि क्या पुतिन इस नीति को यूक्रेन युद्ध में लागू करेंगे, या फिर यह सिर्फ एक राजनीतिक धमकी है.

अंत में, यह कहना गलत नहीं होगा कि रूस की नई परमाणु नीति ने वैश्विक सुरक्षा को लेकर एक नई बहस शुरू कर दी है. पूरी दुनिया इस बदलाव पर नजर बनाए हुए है और यह देख रही है कि रूस अगले कदम में क्या करता है.

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20 November 2024, 06:23 PM IST

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