भारत, ईरान या चीन नहीं... रूस ने इस देश में भेजा अपना सबसे घाटक हथियार, दुश्मनों के लिए खतरे की घंटी
Russian fighter jets: रूस ने म्यांमार को सभी छह सुखोई Su-30 लड़ाकू विमानों की डिलीवरी पूरी कर दी है. इन विमानों को 15 दिसंबर को म्यांमार की वायुसेना की 77वीं वर्षगांठ पर मीकटिला एयर बेस पर औपचारिक रूप से कमीशन किया गया. म्यांमार सैन्य शासन ने इन विमानों को अपनी हवाई शक्ति को बढ़ाने के उद्देश्य से शामिल किया है.
Russian fighter jets: रूस ने म्यांमार को अपने सबसे उन्नत और घातक लड़ाकू विमानों में से एक, सुखोई Su-30 की डिलीवरी पूरी कर ली है. म्यांमार की वायुसेना अब रूस से ऑर्डर किए गए सभी छह Su-30 लड़ाकू विमानों को प्राप्त कर चुकी है. यह कदम म्यांमार सैन्य शासन के हवाई प्रभुत्व को मजबूत करने के प्रयासों का हिस्सा है.
15 दिसंबर को म्यांमार की वायुसेना की 77वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित एक समारोह में इन विमानों को मीकटिला एयर बेस पर आधिकारिक रूप से कमीशन किया गया. इस मौके पर म्यांमार के जुंटा प्रमुख मिन आंग हलिंग ने विमानों की क्षमताओं और उनके रणनीतिक महत्व पर जोर दिया.
छह Su-30 विमानों की डिलीवरी
आर्मी रिकॉग्निशन ग्रुप (ARG) के अनुसार, रूस ने सभी छह Su-30 विमानों की डिलीवरी म्यांमार को कर दी है. अंतिम दो विमानों को दिसंबर के मध्य में एक भव्य समारोह के दौरान शामिल किया गया. समारोह के दौरान अन्य उन्नत लड़ाकू विमानों और हेलीकॉप्टरों को भी पेश किया गया, हालांकि उनके मॉडलों का खुलासा नहीं किया गया.
जुंटा प्रमुख ने की वायुसेना की प्रशंसा
म्यांमार जुंटा प्रमुख मिन आंग हलिंग ने Su-30 विमानों की तकनीकी क्षमताओं की सराहना की और कहा कि ये विमान हवाई संचालन में प्रभावशीलता को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएंगे. उन्होंने कहा, "विमानों और हथियार प्रणालियों का पूरी क्षमता से उपयोग करने के लिए निरंतर प्रशिक्षण बेहद जरूरी है." दिसंबर 2023 में आयोजित 75वीं वायुसेना वर्षगांठ के दौरान, पहले दो Su-30 लड़ाकू विमानों को सेवा में शामिल किया गया था. इस अवसर पर जुंटा प्रमुख ने औपचारिक आशीर्वाद देते हुए कहा कि ये विमान म्यांमार के हवाई प्रभुत्व को और मजबूत करेंगे. उन्होंने उत्तरी शान राज्य में चल रहे संघर्ष में पायलटों के प्रयासों की भी प्रशंसा की.
बढ़ते हवाई हमलों से नागरिकों को खतरा
हालांकि जुंटा के दावों के विपरीत, उत्तरी शान राज्य में ब्रदरहुड एलायंस के नेतृत्व में विद्रोही गुटों ने बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया है. वहीं, न्यान लिन थिट एनालिटिका की रिपोर्ट के अनुसार, 2021 के तख्तापलट के बाद से जुंटा द्वारा किए गए हवाई हमलों में आवासीय क्षेत्रों, स्कूलों और पूजा स्थलों को निशाना बनाया गया है. अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों और समुदायों की आलोचनाओं के बावजूद, म्यांमार में हवाई हमलों की संख्या लगातार बढ़ रही है. 2024 के पहले आठ महीनों में ही 1,639 हवाई हमले दर्ज किए गए, जिनमें 814 नागरिकों की मौत हो गई.