रूस 30 दिनों तक यूक्रेनी ऊर्जा ठिकानों पर हमला नहीं करेगा, सैनिकों की होगी अदला-बदली
रूस मांग कर रहा है कि 30 दिन के युद्ध विराम के दौरान यूक्रेन में सैन्य गतिविधियां बंद कर दी जाएं. इसके साथ ही काला सागर में जहाज सुरक्षा के मुद्दे पर भी चर्चा शुरू होगी. इस बीच रूस के कुर्स्क क्षेत्र में दोनों सेनाओं के बीच संघर्ष अभी भी जारी है. इसके साथ ही बुधवार को रूस और यूक्रेन 175-175 सैनिकों की अदला-बदली करेंगे.

इंटरनेशनल न्यूज. रूस यूक्रेनी ऊर्जा ठिकानों पर हमला नहीं करेगा: राष्ट्रपति पुतिन और राष्ट्रपति ट्रम्प ने यूक्रेन युद्ध में संघर्ष विराम के संबंध में मंगलवार को 90 मिनट तक फोन पर बात की. यह बातचीत भारतीय समयानुसार शाम 7:30 बजे शुरू हुई. इस बीच, पुतिन ने 30 दिनों तक यूक्रेनी ऊर्जा सुविधाओं पर हमला न करने पर सहमति जताई है, बशर्ते कि यूक्रेन भी रूसी ऊर्जा सुविधाओं पर हमला न करे. हालाँकि, यूक्रेनी शहरों और सैन्य ठिकानों पर हमले जारी रह सकते हैं. इसके साथ ही बुधवार को रूस और यूक्रेन 175-175 सैनिकों की अदला-बदली करेंगे.
पुतिन युद्ध विराम को लेकर गंभीर
ट्रंप ने कहा- पुतिन से बात करने का शानदार मौका मिला. एक दिन पहले, सोमवार को ट्रम्प ने मीडिया से कहा था कि हम देखना चाहते हैं कि क्या हम उस युद्ध को समाप्त कर सकते हैं. हो सकता है हम कर सकें, हो सकता है न कर सकें, लेकिन मुझे लगता है कि हमारे पास राष्ट्रपति पुतिन से बात करने का अच्छा मौका है. व्हाइट हाउस का मानना है कि शांति एक अच्छा विकल्प है, लेकिन यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की इस बात से आश्वस्त नहीं हैं कि पुतिन युद्धविराम के प्रति गंभीर हैं.
यूक्रेन की नाटो सदस्यता के विरुद्ध
रूस ने कहा है कि नाटो को यूक्रेन को सदस्यता न देने का वादा करना चाहिए. यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की 30 दिन के युद्धविराम प्रस्ताव पर सहमत हो गए. रूस भी सिद्धांततः सहमत हो गया है. हालांकि, रूसी उप विदेश मंत्री अलेक्जेंडर ग्रुश्को का कहना है कि हमें ठोस गारंटी मिलनी चाहिए कि यूक्रेन तटस्थ स्थिति में रहेगा, नाटो देशों को वादा करना चाहिए कि वे यूक्रेन को सदस्यता नहीं देंगे.
20% हिस्सा रूसी नियंत्रण में
यूक्रेन का 20% हिस्सा रूस के नियंत्रण में है. रूस ने पिछले तीन वर्षों में यूक्रेन के लगभग 20% हिस्से पर कब्ज़ा कर लिया है. राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन के चार पूर्वी प्रांतों - डोनेट्स्क, लुहांस्क, ज़ापोरिज़िया और खेरसॉन - को रूस में मिला लिया है. जबकि रूस के कुर्स्क क्षेत्र में दोनों सेनाओं के बीच संघर्ष जारी है.