अंतरिक्ष में एक अद्भुत घटना हुई है। जिसमें एक सितारा बृहस्पति जितने बड़े ग्रह को निगल गया। वैज्ञानिकों ने दावा करते हुए कहा कि उन्होंने पहली बार एक ग्रह को उसके सितारे से निगलने की पहली खगोलीय घटना को देखा है।
कैम्ब्रिज स्थित स्मिथोसनियन सेंटर फॉर एस्ट्रोफिजिक्स के डॉ. मॉर्गन मैक्लॉयड ने कहा कि यह सितारा रेड जाइंट (लाल दानव) बनने के अपने शुरुआती दौर में है। जो किसी भी सितारे की आयु का अंतिम दौर होता है। ऐसी स्थिति में सितारे की हाइड्रोजन खत्म हो जाती है। इस वजह से तारा अपने वास्तविक व्यास से सौ गुना ज्यादा फैल सकते हैं।
डॉ. मॉर्गन मैक्लॉयड ने कहा कि लाल दानव बनने के बाद तारे अपने वास्तविक आकार से सौ गुना अधिक फैल सकते है। इस दौरान वे आसपास के तमाम ग्रहों को निगल सकते हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि हमने पहले लाल दानव बने तारों को दूसरे सितारे निगलते तो देखा था। लेकिन ऐसा पहली बार हुआ जब लाल दावन ने किसी ग्रह को निगला है।
हार्वर्ड एंड स्मिथसोनियन जिसे हार्वर्ड-स्मिथसोनियन सेंटर फॉर एस्ट्रोफिजिक्स के रूप में जाना जाता है। यह हार्वर्ड कॉलेज ऑब्जर्वेटरी और स्मिथसोनियन एस्ट्रोफिजिकल ऑब्जर्वेटरी द्वारा संयुक्त रूप से संचालित एक खगोल भौतिकी अनुसंधान संस्थान है। जो खगोल विज्ञान, खगोल भौतिकी, पृथ्वी और अंतरिक्ष विज्ञान के साथ साथ विज्ञान शिक्षा में अनुसंधान के एक व्यापक कार्यक्रम का नेतृत्व करता है।
नेचर पत्रिका में प्रकाशित एक शोध में एमआईटी कावली इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स में शोधकर्ता डॉ. किशाले डे ने बताया कि अब से करीब पांच अरब साल बाद सूर्य लाल दानव बनेगा। लाल दानव बनकर सूर्य बुध, शुक्र और पृथ्वी समेत कई ग्रह को निगल जाएगा। First Updated : Friday, 05 May 2023