SCO Summit 2023: भारत नहीं आएंगे PAK के रक्षा मंत्री ख्वाजा, 27-28 अप्रैल को दिल्ली में होगी SCO रक्षा मंत्रियों की बैठक
SCO Summit 2023: इस बार शंघाई को-ऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन की रक्षा मंत्रिस्तरीय भारत में होने वाली है। यह बैठक 27-28 अप्रैल को नई दिल्ली में होगी। इस बैठक में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के आने की संभावना थी, लेकिन अब खबर है कि वो भारत नहीं आएंगे।
हाइलाइट
- 27-28 अप्रैल को नई दिल्ली में भारत चीन रूस समेत SCO के सदस्य देशों की बैठक होगी।
SCO Summit 2023: पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ इस सप्ताह होने वाली शंघाई को-ऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) की बैठक में भाग लेने भारत नहीं आ रहे है। इससे पहले उनके भारत आने की संभावना थी, लेकिन अब ख्वाजा का भारत दौरान टल गया है। SCO रक्षा मंत्रियों की यह बैठक 27-28 अप्रैल को राजधानी दिल्ली में आयोजित होगी। भारत ने इस मीटिंग में हिस्सा लेने के लिए SCO के सदस्य देशों को आमंत्रित किया है।
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के भारत में होने वाली शंघाई को-ऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन की बैठक में उपस्थित नहीं हो पाएंगे। लेकिन बताया जा रहा है कि वो SCO बैठक में वर्चुअली रूप से जुड़ेंगे। वहीं ऐसा भी कहा जा रहा है कि यादि ख्वाजा आसिफ भारत नहीं आ रहे तो शायद अगले महीने गोवा में होने वाली SCO विदेश मंत्री की बैठक में पाक विदेश मंत्री बिलावल भुट्टों जरदारी भी ना आएं।
दरअसल, ख्वाजा और बिलावल दोनों पाकिस्तानी मंत्री खुलेआम भारत की बुराई करते रहते है। दोनों नेता पाकिस्तान के सियासी चेहरे है। ख्वाजा के भारत ना आने की एक वजह पाकिस्तान में चरमपंथियों का भारत विरोधी रूख माना जा रहा है। हालांकि, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बिलावल भुट्टो जरदारी के 4 और 5 मई को गोवा में होने वाली बैठक में शामिल होने की जानकारी दी।
चार और पांच मई को गोवा में होने जा रही एससीओ विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय वार्ता की संभावना से भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर पहले ही इनकार कर चुके है। जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद की फैक्ट्री चलाने वाले पड़ोसी देश के साथ तब तक बातचीत संभव नहीं है, जब तक वह आतंकवाद को नहीं रोकता है।
राजधानी दिल्ली में होगी बैठक
भारत, रूस और चीन एसीओ के स्थाई सदस्य हैं। जबकि कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, किर्गिस्तान, तजाकिस्तान और पाकिस्तान भी ऑर्गनाइजेशन के सदस्य है। इनके अलावा दो पर्यवेक्षक देश बेलारूस और ईरान भी एससीओ रक्षा मंत्रियों की बैठक में भाग लेंगे।