देखिए झोपड़ी का अनोखा अंदाज, बड़ी इमारतें भी इसके सामने फेल, वीडियो दिमाग घूमा देगा
viral video: सोशल मीडिया पर एक झोपड़ी का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसको देखने के बाद उसके ऊपर यकीन कर पाना बहुत मुश्किल है. आप भी इसको देखने के बाद थोड़ी देर सोचने लगेंगे.
हाइलाइट
- वीडियो में एक छोटे से खपरैल वाली झोपड़ी के आस-पास चौड़ी सड़कें मौजूद हैं.
- इस झोपड़ी की वजह से सड़क पर चलने वाले लोगों को दिक्कत जरूर होती होगी.
viral video: कभी आपके दिमाग में आता होगा कि, कोई ऐसा स्थान जहां ऊंची-ऊंची इमारतों के बीच एक झोपड़ी हो. उसमें हमारा रहना खाना हो, साथ ही उसके चारों तरफ बड़ी-बड़ी गाड़ियां चल रही हो. मगर आज कल विकास के नाम पर इन चीजों की बलि चढ़ रही है. हर जगह गांवों व छोटे-छोटे घरों को कुर्बान करने का सिलसिला नहीं छूट रहा है. कहा जाता है कि, विकास के नाम पर अक्सर गरीबों का घर छीन लिया जाता है. वहीं गरीबों के मकान तक तोड़ दिए जाते हैं.
हालांकि जो वीडियो हम आपको दिखाने वाले हैं, उसको देखने के बाद आपका ये कहा उल्टा हो जाएगा. दरअसल इस वीडियो में एक छोटे से खपरैल वाली झोपड़ी के आस-पास चौड़ी सड़कें मौजूद हैं. जिसके बाद भी इस झोपड़ी को किसी प्रकार की हानि नहीं पहुंच रही है.
विकास के रास्ते झोपड़ी का अनोखा जिद
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें आप देख सकते हैं कि, बड़ी-बड़ी एवं ऊंची-ऊंची इमारतें भी इनका कुछ बिगाड़ नहीं सकती. झोपड़ी के चारों तरफ से गाड़ियां गुजर रही है, जिसके बावजूद इसके मालिक की जिद है कि यह यहीं रहेगी. मालिक का कहना है कि, उन्हें फर्क नहीं पड़ता कि, कौन क्या कहेगा, उसे छू पाना किसी के बस की बात नहीं है. जबकि अंदाजा लगाया जा सकता है कि, इस झोपड़ी की वजह से सड़क पर चलने वाले लोगों को दिक्कतें जरूर होती होगी.
The owner of this house in China refused to move for development, so a road was built around it,
— Science girl (@gunsnrosesgirl3) February 22, 2024
these are called ‘nail houses’
pic.twitter.com/m9fYaJ9d5t
झोपड़ी का नाम होता है नेल हाउस
बता दें कि ये वीडियो चीन का है, साथ ही यहां इस तरह पाए जाने वाले झोपड़ी को नेल हाउस कहकर पुकारते हैं. नेल हाउस का मतलब होता है कि, जिन्हें विकास के नाम पर भी हाउस मालिक बेचने से इन्कार कर देते हैं. इतना ही नहीं इस तरह की कई झोपड़ियां चीन के अंदर पाए जाते हैं. मगर सरकार इन सबों पर बिना मालिक के मर्जी के दबाव नहीं बनाती है.