अमेरिकी सेना में सेवा, गाड़ी पर ISIS का झंडा, दो बार तलाकशुदा...कौन है न्यू ऑर्लिंन्स में 15 की जान लेने वाला आतंकी शम्सुद्दीन जब्बार?
एफबीआई का मानना है कि जब्बार इस घटना में अकेला नहीं था। एजेंसी का कहना है कि इस घटना में इस्तेमाल हुए फोर्ड ट्रक का जो पहले का वीडियो मिला है, उसमें तीन आदमियों और एक महिला को वाहन में आईईडी रखते देखा जा सकता है
अमेरिका के न्यू ऑर्लिंन्स में नए साल का जश्न लोगों की चीख-पुकार में तब्दील हो गया. न्यू ऑर्लिन्स की बर्बन स्ट्रीट पर बड़ी संख्या में लोग नए साल का जश्न मनाने जुटे थे कि तभी एक तेज रफ्तार पिकअप वैन ने उन्हें रौंद डाला. इस घटना में अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि कई घायल हैं. अब हमलावर के बारे में कई सनसनीखेज जानकारी सामने आई है. हमले के बाद राष्ट्रपति जो बाइडेन ने देश को संबोधित करते हुए इस पर शोक जताया और इसे आतंकी घटना करार दिया.
न्यू ऑर्लिंन्स में 15 लोगों की जान लेने वाले संदिग्ध आतंकी की पहचान हो गई है. अमेरिका के संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) ने उसकी पहचान शम्सुद्दीन जब्बार के तौर पर की है. 42 वर्षीय जब्बार के अमेरिकी नागरिक होने की बात सामने आई है. उसने आतंकी संगठन आईएसआईएस का झंडा लगाए हुए अपने ट्रक को बॉर्बन स्ट्रीट स्थित भीड़ में घुसा दिया. इस घटना में दर्जनों घायल हुए. जब्बार यहीं नहीं रुका। उसने अपने ट्रक से बाहर निकलने के बाद लोगों पर गोलियां बरसाना भी शुरू कर दिया. हालांकि, पुलिस ने हमलावर मार गिराया.
सेना ने जानकारी दी है कि जब्बार स्टाफ सार्जेट के तौर पर अमेरिकी सेना में सेवाएं दे चुका है. 2007 से 2015 के बीच अफगानिस्तान में उसकी तैनाती हो चुकी है. वह 2020 तक सेना में रहा. उसे सेना से कई मेडल भी मिल चुके हैं.
कौन है शम्सुद्दीन जब्बार?
- अमेरिकी की जांच एजेंसी एफबीआई की तरफ से अब तक दी गई जानकारी के मुताबिक, जब्बार टेक्सास में पला बढ़ा और अमेरिकी सेना में भी सेवा दे चुका है.
- जब्बार ने अपनी पढ़ाई जॉर्जिया स्टेट यूनिवर्सिटी से की. उसे यहां से बैचलर डिग्री हासिल हुई थी.
- संदिग्ध आतंकी बहुराष्ट्रीय कंपनी (एमएनसी) डेलॉय के लिए भी काम कर चुका था. वह यहां बिजनेस डेवलपर और डाटा इंजीनियर के तौर पर काम कर रहा था. यहां उसकी तनख्वाह करीब 1,20,000 डॉलर (करीब एक करोड़ रुपये) सालाना थी. इससे पहले वह रियल एस्टेट कंपनी ब्लू मीडो प्रॉपर्टीज के लिए भी काम कर चुका था.
- जब्बार ने 2020 में एक यूट्यूब वीडियो भी जारी किया था, जिसमें उसने बताया था कि वह टेक्सास के ब्यूमॉन्ट में जन्मा और वहीं पला-बढ़ा. वीडियो में उसने रियल एस्टेट क्षेत्र में अपनी पेशेवर जिंदगी के बारे में बताया था.
- इतना ही नहीं शम्सुद्दीन जब्बार अमेरिकी सेना में करीब एक दशक की सेवा के दौरान एचआर स्पेशलिस्ट और आईटी स्पेशलिस्ट के तौर पर भी काम कर चुका था.
ट्रंप के बयान से हमलावर की पहचान पर छिड़ा विवाद
इस हमले के बाद अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बयान दिया. उन्होंने इस घटना को अवैध प्रवासी शख्स की हरकत बताते हुए इसकी निंदा की. ट्रंप ने कहा कि मैं शुरुआत से कहता आया हूं अवैध प्रवासी हमारी सीमाओं में घुसकर इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. वे हमारे लिए जी का जंजाल बन गए हैं. लेकिन डेमोक्रेटिक पार्टी ने हमारी एक नहीं सुनी. यह हमलावर भी जरूर कोई अवैध प्रवासी ही है.
हमलावर की पूर्व पत्नी ने खोले कई राज!
हमलावर शम्सुद्दीन जब्बार ने दो शादियों की थी और बाद में दोनों बीवियों से उसका तलाक हो गया था. उसकी एक बीवी ने बताया कि जब्बार ने इस्लाम कबूल कर लिया था और वह कुछ समय से सनकी की तरह बर्ताव करने लगा था. वह जिस ट्रक में सवार था, उस पर आतंकी संगठन आईएसआईएस का झंडा लगा था और उसमें संभावित विस्फोटक रखे हुए थे. इसके साथ ही ये भी पता चला कि भीड़ को कुचलने के लिए उसने जिस ट्रक का इस्तेमाल किया था, उसे टुरो नाम की एक रेंटल व्हिकल ऐप से किराए पर लिया गया था.
क्या अकेला नहीं था हमलावर?
एफबीआई को लगता है कि जिस तरह से इस घटना को अंजाम दिया गया और घटनास्थल के पास से विस्फोटक बरामद किया गया. इन्हें देखकर नहीं लगता कि हमलावर जब्बार ने अकेले ही इस घटना को अंजाम दिया.
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि मुझे लगातार इस भयावह घटना के बारे में बताया गया है. एफबीआई जांच कर रही है. मैं पीड़ितों और उनके परिवारों के लिए संवेदनाएं व्यक्त करता हूं जो छुट्टी मना रहे थे. अमेरिका में किसी भी तरह की हिंसा की कोई जगह नहीं है और हम अपने देश के किसी भी समुदाय पर कोई हमला बर्दाश्त नहीं करेंगे.