Israel–Hamas war: शरद पवार को समझना चाहिए कि...' नितिन गडकरी ने एनसीपी प्रमुख पर किया पलटवार
नितिन गडकरी ने कहा कि परिस्थिति की गंभीरता को समझते हुए आज हमें आतंकवाद के खिलाफ एक साथ खड़े होने की जरूरत है.
Israel–Hamas war: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इजरायल और आतंकी संगठन हमास युद्ध पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार की टिप्पणी पर उनकी आलोचना की है. उन्होंने कहा कि शरद पवार जैसे वरिष्ठ नेताओं को इस बात को समझना चाहिए कि देशहित और राष्ट्रीय सुरक्षा से बड़ा कुछ नहीं होता है. ऐसे मुद्दों पर राजनैतिक मतभेद नहीं होना चाहिए, बल्कि सबको एकजुट होना चाहिए.
इस परिस्थिति में हमें एक साथ खड़े होने की जरूरत: नितिन गडकरी
नितिन गडकरी ने कहा कि परिस्थिति की गंभीरता को समझते हुए आज हमें आतंकवाद के खिलाफ एक साथ खड़े होने की जरूरत है. उन्होंने अपने सोशल साइट एक्स पर लिखा कि मैं शरद पवार के द्वारा दिए गए गैर-जिम्मेदाराना बयान की कड़ी निंदा करता हूं, जिसमें उन्होंने इजराइल में हाल ही में हुए आतंकी हमले की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की स्पष्ट निंदा पर सवाल उठाया था. भारत घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सभी प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ लगातार खड़ा रहा है. इजराइल में आतंकवादी हमले की पीएम मोदी जी की कड़ी निंदा वैश्विक शांति और सुरक्षा के प्रति हमारी अटूट प्रतिबद्धता का प्रतिबिंब है.
वरिष्ठ नेता का गैर-जिम्मेदार बयान
उन्होंने आगे कहा कि शरद पवार जी जैसे वरिष्ठ राजनेताओं के लिए यह समझना जरूरी है कि राष्ट्र के हित और राष्ट्रीय सुरक्षा को कभी भी राजनीतिक विचारों से प्रभावित नहीं किया जाना चाहिए. राष्ट्रीय सुरक्षा एक सर्वोपरि चिंता है और जब हमारे राष्ट्र की भलाई की रक्षा की बात आती है तो एकता और सर्वसम्मति होनी चाहिए. स्थिति की गंभीरता को राजनीतिक संबद्धता या व्यक्तिगत राय के बावजूद, आतंकवाद के खिलाफ एक एकीकृत मोर्चे की आवश्यकता है.
एनसीपी प्रमुख की पीयूष गोयल ने भी निंदा की
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी उनकी आलोचना करते हुए कहा कि शरद पवार की इस तरह की मानसिकता अच्छी चीज नहीं है, इसके रोकना होगा. बता दें कि मुंबई में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शरद पवार ने कहा था कि भारत के सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों ने फिलिस्तीन के पक्ष में अपने बयान दिए थे. पहली बार हमारे देश प्राइम मिनिस्टर ने इजरायल को मदद करने में अपनी भूमिका निभाई है.