बांग्लादेश की सियासत में नहीं लौटेंगी शेख हसीना! बेटे जॉय ने देश छोड़ने की असली वजह

बांग्लादेश में भारी विरोध प्रदर्शन और हिंसा के बाद पीएम शेख हसीना ने अपना मुल्क छोड़ दिया है. इस बीच उनके बेटे सजीब वाजेद जॉय ने उनको लेकर बड़ा खुलासा किया है. जॉय ने बांग्लादेश में हो रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर भी बात की है. साथ ही उन्होंने अपनी मां शेख हसीना के पीएम पद छोड़ने की असली वजह के बारे में भी बताया है.

calender

बांग्लादेश में हालात ऐसे हैं की उसपे काबू करना मुश्किल हो रहा है. आरक्षण को लेकर विरोध कर रहे हैं प्रदर्शनकारियों ने हिंसक रूप ले लिया है. देश के हालत ऐसे हो गए कि पीएम शेख हसीना के मजबूरन अपना देश छोड़ना पड़ा और पीएम पद से इस्तीफा भी देना पड़ा. शेख हसीना ने भारत का रुख किया है जिसके बाद बांग्लादेश की आर्मी ने सरकार की कमान संभाल ली है. आर्मी चीफ ने एक बयान जारी कर कहा है कि, जल्द ही देश में अंतरिम सरकार का गठन होगा.

इस बीच शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद जॉय ने बड़ा खुलासा किया है. जॉय ने कहा कि, उनकी मां शेख हसीना ने  देश में बदलाव लाने की काफी कोशिश की लेकिन इसके बाद भी जनता ने उनके खिलाफ प्रदर्शन किया. उन्होंने बताया की, सरकार के खिलाफ मजबूत जनभावना से नाराज होकर उन्होंने पद छोड़ने का फैसला किया.

इस वजह से शेख हसीना को छोड़ना पड़ा देश

बीबीसी से बातचीत करने के दौरान जॉय ने बताया कि, हसीना की अब राजनीतिक वापसी नहीं होगी. उन्होंने कहा कि, हसीना इस बात से काफी निराश है कि उनकी इतनी कोशिशे और मेहनत के बाद भी अल्पसंख्यक उनके खिलाफ सड़क पर खड़े हुए हैं. उन्होंने आगे बताया कि, हसीना कल से पीएम पद से इस्तीफा देने के बारे में सोच रही थी. हालांकि परिवार ने उसे समझाया तो उन्होंने देश छोड़ दिया. जॉय ने बताया कि, जब शेख हसीना सत्ता में आई थी तब बांग्लादेश को असलफल देश माना जाता था वो बेहद गरीब देश था लेकिन आज बांग्लादेश को एशिया का उभरते हुए देशों में गिना जाता हैं और ये सब उनकी मां की मेहनत का परिणाम है.

वापस राजनीति में नहीं लौटेंगी शेख हसीना

जॉय ने शेख हसीना की राजनीति में लौटने के सवाल पर कहा कि,  उनकी मांग यानी शेख हसीना 70 के पार हो चुकी हैं. उनकी मेहनत के बावजूद थोड़े से लोगों ने उनके खिलाफ बगावत कर दी. ऐसे में वो बेहद निराश और वो अब शायद ही बांग्लादेश की सियासत में लौटेंगी. उन्होंने आगे कहा कि, हसीना ने बीतें 15 सालों से बांग्लादेश के लिए बहुत मेहनत की है. उन्होंने देश के उग्रवादियों और आतंकवाद से सुरक्षित रखा और इन सबके बावजूद इस मुखर अल्पसंख्यक, विपक्ष और उग्रवादियों ने सत्ता हासिल कर ली है.


First Updated : Tuesday, 06 August 2024