US में Google को झटका, जानिए कौन हैं अमित मेहता जिन्होंने एंटीट्रस्ट मामले में सुनाया फैसला

Google Loses Case: गूगल को ऐसा झटका लगा है जिसका बड़ा असर सिर्फ इस तकनीकी कंपनी पर नहीं बल्कि करोड़ों लोगों पर देखा जाएगा. दुनिया की चौथी सबसे बड़ी टेक कंपनी गूगल को अमेरिका में चल रहे एंटीट्रस्ट मामले में हार का सामना करना पड़ा है. इस फैसले का असर फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप के मालिक Google, Apple, Amazon और Meta के खिलाफ अन्य सरकारी अविश्वास मुकदमों पर पड़ने की संभावना है.

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Edited By: JBT Desk

Google Loses Case: अमेरिका कोर्ट से गूगल को बड़ा झटका लगा है. दरअसल दुनिया की चौथी सबसे बड़ी टेक कंपनी गूगल को अमेरिका में चल रहे एंटीट्रस्ट मामले में हार का सामना करना पड़ा है. अमेरिका के कोलंबिया डिस्ट्रिक्ट जज जस्टिस अमित पी मेहता ने लैंडमार्क एंटीट्रस्ट मामले में कहा कि गूगल एक मोनोपोलिस्ट (एकाधिकारवादी) है और उसने अपनी मोनोपली को बनाए रखने के लिए ऑनलाइन सर्च में अवैध रूप से काम किया है. बिग टेक जाएंट गूगल के खिलाफ मामलों की एक बड़ी लिस्ट में से ये पहला फैसला आया है.  

इस फैसले को सुनाने वाले न्यायधीश एक भारतीय मूल के व्यक्ति है. जिन्हें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने नियुक्त किया था. गूगल से जुड़ा एंटीट्रस्ट का मामला पिछले साल सितंबर में शुरू हुआ और 10 सप्ताह तक चला. अब इस पर फैसला आ चुका है. तो आइए जानते हैं कि कौन हैं. गुजरात के जन्में अमित मेहता जिन्होंने इस पर फैसला सुनाया है. 

कौन हैं अमित मेहता

अमित मेहता को दिसंबर 2014 में कोलंबिया जिले के लिए अमेरिकी जिला न्यायालय में नियुक्त किया गया था. उनका जन्म 1971 में गुजरात में हुआ था और एक साल की उम्र में वे अपने माता-पिता के साथ अमेरिका चले गए थे. अमित मेहता ने कानून की डिग्री हासिल करने से पहले जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान और अर्थशास्त्र में कला स्नातक की उपाधि प्राप्त की. वह कोलंबिया जिले के लिए अमेरिकी जिला न्यायालय में शपथ लेने वाले पहले एशियाई-प्रशांत अमेरिकी हैं.

कैसे बने अमेरिका के न्यायधीश

अमित मेहता ने 1997 में वर्जीनिया स्कूल ऑफ लॉ विश्वविद्यालय से स्नातक होने के बाद अपना कानूनी करियर शुरू किया. कानून की डिग्री प्राप्त करने के बाद, उन्होंने लेथम एंड वॉटकिंस और ज़करमैन स्पेदर एलएलपी जैसी लॉ फर्मों में काम किया और उच्च-प्रोफ़ाइल ग्राहकों का प्रतिनिधित्व किया. उन्होंने पूर्व प्रतिनिधि टॉम फीनी के वकील के रूप में कार्य किया और पूर्व अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के अध्यक्ष डोमिनिक स्ट्रॉस-कान को न्यूयॉर्क की अदालत में आपराधिक हमले के आरोपों को हराने में मदद की.

कई अहम फैसले पर की सुनवाई

जज अमित मेहता ने कई फ़ैसलों के दौरान संगीत के प्रति अपने प्यार को दर्शाया है. 2015 में दिए गए अपने फ़ैसले में उन्होंने जे-ज़ेड, कान्ये वेस्ट, ड्रेक और एमिनेम जैसे अपने पसंदीदा संगीत कलाकारों का ज़िक्र किया था और 2018 में दिए गए अपने फ़ैसले में उन्होंने बेयोंसे के गाने सॉरी के बोलों का ज़िक्र किया था. अमित मेहता ने पहले भी 6 जनवरी के कैपिटल दंगों से जुड़े मामलों पर फ़ैसला सुनाया है, जिसमें उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दंगा भड़काने के लिए उन्हें ज़िम्मेदार ठहराने वाले दीवानी मुकदमों को खारिज करने के प्रयास को नकार दिया था.

 

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06 August 2024, 10:59 AM IST

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