“दक्षिण कोरिया मे आत्महत्या की कोशिश और मार्शल लॉ विवाद से गरमाई सियासत”
दक्षिण कोरिया के पूर्व रक्षा मंत्री किम योंग-ह्यून ने हिरासत में आत्महत्या की कोशिश की है. उन पर मार्शल लॉ लागू करने और सेना का गलत इस्तेमाल करने का आरोप है. यह घटना राष्ट्रपति यून सूक येओल के विवादित मार्शल लॉ आदेश और देशद्रोह के आरोपों की जांच के बीच हुई है. इस सनसनीखेज मामले ने दक्षिण कोरियाई राजनीति में भूचाल ला दिया है. पूरा मामला जानने के लिए खबर ज़रूर पढ़ें!
South Korea: दक्षिण कोरिया में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है. देश के पूर्व रक्षा मंत्री किम योंग-ह्यून ने हिरासत केंद्र में आत्महत्या करने का प्रयास किया. यह मामला राष्ट्रपति यून सूक येओल द्वारा मार्शल लॉ लागू करने और इसके असफल होने के विवाद के बीच सामने आया है.
पूर्व रक्षा मंत्री किम योंग-ह्यून, जो मार्शल लॉ लागू करने में असफल रहने के आरोपों का सामना कर रहे हैं, ने 11 दिसंबर को हिरासत केंद्र के बाथरूम में आत्महत्या करने की कोशिश की. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने आत्महत्या के लिए अपने अंडरवियर का इस्तेमाल किया. कोरिया सुधार सेवा के आयुक्त जनरल शिन योंग-हे ने बताया कि जेल अधिकारियों ने उनकी कोशिश को तुरंत नाकाम कर दिया. जब बाथरूम का दरवाज़ा खोला गया, तो किम ने आत्महत्या का प्रयास बंद कर दिया.
राष्ट्रपति यून और मार्शल लॉ विवाद
यह घटना 3 दिसंबर को राष्ट्रपति यून द्वारा टीवी पर किए गए अचानक घोषणा के एक सप्ताह बाद हुई है. उन्होंने देश में मार्शल लॉ लागू करने की घोषणा की थी. यून ने विपक्षी दल पर उत्तर कोरिया से सहानुभूति रखने और "राज्य विरोधी गतिविधियों" में शामिल होने का आरोप लगाया. इसके बाद सुरक्षा बलों ने राष्ट्रीय असेंबली की इमारत में प्रवेश किया, खिड़कियां तोड़ीं और सांसदों को एकत्र होने से रोका. लेकिन यह कदम ज्यादा समय तक नहीं टिक पाया. सिर्फ छह घंटे के भीतर सांसदों ने आदेश पलट दिया और राष्ट्रपति यून को इसे रद्द करने के लिए मजबूर होना पड़ा.
क्या हैं किम पर आरोप?
किम योंग-ह्यून पर आरोप है कि उन्होंने राष्ट्रपति यून को मार्शल लॉ लागू करने की सिफारिश की थी. साथ ही, उन पर सेना को राष्ट्रीय असेंबली में भेजने और सांसदों को मार्शल लॉ पर मतदान करने से रोकने का आरोप है.
देशद्रोह और शक्ति का दुरुपयोग
इस विवाद ने पूरे देश में हलचल मचा दी है. पुलिस ने राष्ट्रपति यून और उनके करीबी सहयोगियों के खिलाफ देशद्रोह के आरोपों की जांच शुरू कर दी है. देशद्रोह के लिए दोषी पाए जाने पर अधिकतम मृत्युदंड का प्रावधान है. मंगलवार को सांसदों ने एक विशेष परिषद को इस पूरे मामले की जांच करने की मंजूरी दी. यह जांच करेगी कि क्या राष्ट्रपति यून ने विद्रोह किया और मार्शल लॉ लागू करके अपनी शक्ति का दुरुपयोग किया.
क्या आगे होगा?
यह घटना दक्षिण कोरियाई राजनीति में बड़ी उथल-पुथल ला सकती है. पूर्व मंत्री किम का आत्महत्या का प्रयास और मार्शल लॉ की असफलता ने यून प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं. देश अब इस संवेदनशील मुद्दे पर आगे की जांच और न्यायिक कार्रवाई का इंतजार कर रहा है. क्या यह घटना राष्ट्रपति यून के राजनीतिक करियर के लिए खतरा बन सकती है? आने वाले दिनों में यह देखना अहम होगा.