'यूक्रेनी सैनिकों की बख्श दो जान', डोनाल्ड ट्रंप ने जोर देकर पुतिन से की डिमांड
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने गुरुवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ "बहुत अच्छी और उपयोगी चर्चा" की और उनसे यूक्रेनी सैनिकों की जान बख्शने का आग्रह किया. ट्रंप ने बताया कि भारी संख्या में यूक्रेनी सैनिक बुरी तरह फंस गए हैं, उनकी जान जा सकती है.

Russia-Ukraine War on Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर लिखते हुए कहा, "कल रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ हमारी बहुत अच्छी चर्चा हुई. इस बात की बहुत अच्छी संभावना है कि यह भयानक, खूनी युद्ध आखिरकार खत्म हो सकता है - लेकिन, इस समय, हजारों यूक्रेनी सैनिक पूरी तरह से रूसी सेना से घिरे हुए हैं और बहुत खराब और कमजोर स्थिति में हैं. मैंने राष्ट्रपति पुतिन से दृढ़ता से अनुरोध किया है कि उनकी जान बख्श दी जाए. यह एक भयानक नरसंहार होगा, जो द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से नहीं देखा गया है. भगवान उन सभी को आशीर्वाद दें!"
अमेरिकी राष्ट्रपति का यह बयान क्रेमलिन द्वारा यह कहे जाने के बाद आया है कि ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ मॉस्को में रूसी अधिकारियों के साथ 'गुप्त' बैठक के बाद राष्ट्रपति पुतिन का संदेश लेकर आए हैं. उनकी यह यात्रा तीन साल से चल रहे युद्ध को समाप्त करने के लिए अमेरिका द्वारा किए जा रहे प्रयासों का हिस्सा थी. क्रेमलिन ने एक बयान में कहा, "रूसी टीम को ज्यादा जानकारी दी गई है. पुतिन ने विटकॉफ से राष्ट्रपति ट्रंप को जानकारी और अतिरिक्त संदेश देने के लिए कहा."
ट्रंप के साथ चर्चा करने के लिए पुतिन तैयार
राष्ट्रपति पुतिन द्वारा यूक्रेन के प्रस्तावित 30-दिवसीय युद्ध विराम पर अपनी सशर्त सहमति प्रस्तुत करने के बाद विटकॉफ ने कथित तौर पर रूसी अधिकारियों के साथ बातचीत की. रूसी नेता ने कीव के प्रस्तावों का पूरी तरह से समर्थन करने से मना कर दिया, लेकिन कहा कि वह ट्रंप के साथ "मुद्दों" पर चर्चा करना चाहते हैं.
पुतिन के साथ ट्रम्प की वार्ता भी महत्वपूर्ण हो गई है, क्योंकि रूसी राष्ट्रपति के विदेश नीति सलाहकार यूरी उशाकोव ने कहा कि गुरुवार को पुतिन और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच फोन पर बातचीत की कोई योजना नहीं है. क्रेमलिन ने यह भी कहा था कि ट्रंप और पुतिन के बीच फोन कॉल पर निर्णय तभी लिया जाएगा जब विटकॉफ वार्ता से प्राप्त 'सूचना' बता देंगे और दोनों पक्ष चर्चा की आवश्यकता को समझ लेंगे.
पुतिन ने 30 दिन के युद्ध विराम को किया मना
पुतिन ने 30 दिन के युद्ध विराम के लिए कीव के प्रस्तावों का पूरी तरह से समर्थन करने से मना कर दिया था, लेकिन उन्होंने कहा कि वे ट्रंप के साथ "मुद्दों" पर चर्चा करना चाहते हैं. "हम शत्रुता को रोकने के प्रस्तावों से सहमत हैं, लेकिन हम इस स्थिति से शुरू करते हैं कि इस युद्ध विराम से दीर्घकालिक शांति होनी चाहिए और इस संकट के कारणों को समाप्त करना चाहिए.