Sri Lanka Election: किसी को नहीं मिले 50 फीसदी वोट, दूसरे राउंड की गिनती में होगी राष्ट्रपति की चयन
Sri Lanka President Election: श्रीलंका के इतिहास में ये पहली बार हुआ है जब चुनाव में किसी भी उम्मीदवार को जीत के लिए बहुमत नहीं मिली है. यानी किसी भी उम्मीदवार को 50 प्रतिशत से अधिक मत नहीं मिले हैं. ऐसे में अब मतदाताओं दूसरी और तीसरी पसंद पर वोटों की गिनती कराया जाएगा. हालांकि पहली राउंड की वोटिंग के नतीजे अब तक सार्वजनिक नहीं किए गए हैं.
Sri Lanka President Election Counting: श्रीलंका में साल 2022 के आर्थिक संकट के बाद संसदीय चुनाव हुए हैं. हालांकि इस चुनाव में किसी भी उम्मीदवार को जीत हासिल करने के लिए बहुमत नहीं मिला. ऐसे में चुनाव आयोग ने संविधान के अनुसार, दूसरे दौर की मतगणना के आदेश दे दिए हैं. चुनाव आयोग ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अनुरा कुमारा दिसानायके और सजीथ प्रेमदासा को छोड़कर बाकी सभी उम्मीदवार रेस से बाहर हो गए हैं.
बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान शनिवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक 22 निर्वाचन जिलों में 13,400 से अधिक मतदान केंद्रों पर हुआ था. चुनाव आयोग के अनुसार, 17 मिलियन पात्र मतदाताओं में से लगभग 75% ने चुनाव में भाग लिया.
श्रीलंका में पहली बार हो रही सेकंड राउंड काउंटिंग
दरअसल, श्रीलंका में चुनाव के दौरान अगर कोई उम्मीदवार मतगणना के पहले दौर में 51 फीसदी मत हासिल नहीं कर पाता है तो राष्ट्रपति पद के लिए वोटरों की दूसरी और तीसरी पसंद के आधार पर दूसरे दौर की मतगणना की जाती है. इस मतगणना में शीर्ष दो उम्मीदवारों में से जिसे बहुमत मिलेगा वह राष्ट्रपति बन सकता है.
बता दें कि श्रीलंका में साल 1982 से अब तक हुए सभी आठ राष्ट्रपति चुनावों में जीत का फैसला मतगणना के पहले दौर में ही हुआ है लेकिन इस बार पहले दौर की काउंटिंग में किसी भी उम्मीदवार को बहुमत नहीं मिला है जिस कारण चुनाव आयोग को दूसरे दौर के वोटों की गिनती करनी पड़ रही है.
श्रीलंका राष्ट्रपति चुनाव में अनुरा कुमारा सबसे आगे
जैसे-जैसे मतगणना आगे बढ़ रही है अनुरा कुमारा दिसानायके 5.6 मिलियन से अधिक वोटों के साथ 43.93% वोट हासिल कर आगे चल रहे हैं. जबकि साजिथ प्रेमदासा 4.3 मिलियन वोटों के साथ 33.98% वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर हैं. विशेषज्ञों के अनुसार, मार्क्सवादी जेवीपी के व्यापक मोर्चे, नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) के नेता दिसानायके को 7 मिलियन से अधिक वोट मिलने की संभावना है, जो आसानी से 50% का आंकड़ा पार कर जाएगा.
चुनाव को लेकर श्रीलंका में कड़ी सुरक्षा
बता दें कि श्रीलंका में 1 करोड़ 70 लाख (17 मिलियन) वोटर हैं. इस बार श्रीलंका में सबसे शांतिपूर्ण चुनाव हुआ है जिसको लेकर सभी उत्साहित भी दिखे. हालांकि, श्रीलंका में क़रीब दो साल पहले आर्थिक हालात बिगड़ने के बाद बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए थे. ऐसे में इस बार इस तरह की कोई घटना न हो इसके लिए पुलिस पहले से सुरक्षा का इंतजाम कर ली हुई थी. श्रीलंका पुलिस ने 'सार्वजनिक सुरक्षा" का हवाला देते हुए शनिवार देर रात कर्फ्यू की घोषणा की थी.
श्रीलंका का राष्ट्रपति चुनाव क्यों है खास?
श्रीलंका के लिए यह चुनाव काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि देश के सबसे खराब आर्थिक संकट के बाद 2022 में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों के बाद पूर्व नेता गोटबाया राजपक्षे को पद से हटाने के बाद यह पहला चुनाव है. पहले चरण की मतगणना के बाद चुनाव आयोग के अध्यक्ष आरएमएएल रथनायके ने कहा कि मार्क्सवादी अनुरा कुमारा दिसानायके और विपक्षी नेता साजिथ प्रेमदासा ने राष्ट्रपति चुनाव में अधिकतम वोट हासिल किए हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि दोनों में से किसी को भी 50% से ज़्यादा वोट नहीं मिले हैं.