‘नमाज-अजान के दौरान बंद करें दुर्गापूजा', हिंदुओं को बांग्लादेश की नई सरकार का फरमान
Bangladesh News: बांगलादेश की नई अंतरिम सरकार ने हिंदुओं के दुर्गा पूजा त्योहार को लेकर एक फरमान जारी किया है. इस फरमान के तहत हिंदुओं को अज़ान और नमाज़ के दौरान संगीत बजाना बंद करना होगा. गृह मामलों के सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) मोहम्मद जहांगीर आलम चौधरी ने कहा कि पूजा समितियों को म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट्स और साउन्ड सिस्टम बंद रखने को कहा गया है और उन्होंने इस पर सहमति भी जता दी है.
Bangladesh News: बांग्लादेश की नई अंतरिम सरकार ने हिंदू समुदाय से दुर्गा पूजा से संबंधित गतिविधियों, विशेषकर अज़ान और नमाज़ के दौरान संगीत बजाने पर रोक लगाने का आग्रह किया है. गृह मामलों के सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) मोहम्मद जहांगीर आलम चौधरी ने कहा कि पूजा समितियों को म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट्स और साउन्ड सिस्टम बंद रखने को कहा गया है और उन्होंने इस पर सहमति भी जता दी है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को चौधरी ने कहा, 'नमाज के दौरान ऐसी गतिविधियों को रोकना होगा और अजान से पांच मिनट पहले से इस पर रोक लगानी होगी.'
'देशभर में कुल 32,666 पूजा मंडप बनाए जाएंगे'
उन्होंने देश में हिंदू समुदाय के सबसे बड़े धार्मिक त्योहार दुर्गा पूजा से पहले देश में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर एक बैठक के बाद ये घोषणाएं की. चौधरी ने यह भी बताया कि इस साल देशभर में कुल 32,666 पूजा मंडप बनाए जाएंगे. वहीं ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, इनमें से 157 मंडप ढाका साउथ सिटी में और 88 नॉर्थ सिटी कॉरपोरेशन में होंगे.
उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष पूजा मंडपों की संख्या 33,431 थी तथा इस वर्ष यह संख्या बढ़ जाएगी. चौधरी ने मूर्तियों के निर्माण के समय से लेकर त्यौहार के दौरान सुरक्षा का भी आश्वासन दिया. ढाका ट्रिब्यून ने उनके हवाले से कहा, 'हमने इस बात पर चर्चा की है कि पूजा मंडपों में चौबीसों घंटे सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जाए. पूजा को बिना किसी बाधा के मनाने और शरारती तत्वों की बुरी गतिविधियों को रोकने के लिए कदम उठाए जाएंगे.'
'मोहम्मद यूनुस ने सांप्रदायिक सद्भाव का आह्वान किया'
इस बीच, राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने देश में सांप्रदायिक सद्भाव का आह्वान किया. उन्होंने कहा, 'हम सांप्रदायिक सद्भाव वाले देश हैं. कोई भी ऐसा काम नहीं करेगा जिससे धार्मिक सद्भाव खराब हो. किसी को भी कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए. अगर कोई कानून अपने हाथ में लेकर समाज में अराजकता का माहौल पैदा करता है, तो हम उसे सजा जरूर दिलवाएंगे.'