अजीबोगरीब जनजाति जिनकी होती हैं दो ही उंगलियां, जूते पहनना है मुश्किल, ऐसे पालते हैं पेट
अनोखी जनजाति: दुनिया में एक ऐसी जनजाति पाई जाती है, जिसके पैरों की उंगलियां दो हैं. इनका भोजन मांसाहारी है, ये आम इंसान की तरह जीवन-यापन नहीं कर सकते हैं.
हाइलाइट
- इस जनजाति के अंदर इस तरह का लक्षण जन्म लेने के समय से रहता है.
- वडोमा के लोगों का कहना है कि, उनकी जनजाति घुमंतू होती है.
अनोखी जनजाति: आम तौर पर इंसान के शरीर में पांच उंगलियां होती है, मगर आज हम बताएंगे एक ऐसी प्रजाति के बारे में जिसकी केवल दो उंगलियां होती हैं. आपने शुतुरमुर्ग तो देखा ही होगा, ये बहुत तेज दौड़ लगाने वाला पक्षी है. मगर ये उड़ नहीं सकता, इनके पंजे भी देखने में अजीब होते हैं. इनके पैरों में सिर्फ दो उंगलियां होती है.
वहीं इसकी तरह दो उंगलियां वाला इंसान भी धरती पर पाया जाता है. जिनके पैर ऑस्ट्रिच जैसे हैं. दरअसल इसके वंशज ऑस्ट्रिच हैं, सवाल उठता है कि, क्या इनका संबंध पक्षी से है. नहीं तो फिर ये किस बीमारी के लक्षण हैं.
ऑस्ट्रिच फुट सिंड्रोम
एक रिपोर्ट के मुताबिक अफ्रीका के उत्तरी भाग जिंबाब्वे में कायेमबा नाम का एक क्षेत्र उपस्थित है. जिस स्थान पर वडोमा नामक जनजाति रहा करती है. जिनका नाम डेमा या डोमा दिया गया है. वहीं इन लोगों की पहचान ऑस्ट्रिच फुट सिंड्रोम से है. वैज्ञानिक भाषा में इसको एक्ट्रोडैकटाइल कह कर पुकारा जाता है. जिसे जेनेटिक गुण भी कहा जाता है. इस जनजाति के अंदर इस तरह का लक्षण जन्म लेने के समय से रहता है.
इनका जीवन यापन
इस तरह के लोगों को एकांत में रहना बहुत अच्छा लगता है, इनके पैरों में कभी जूता नहीं होता. दरअसल जूता पहन कर चलना इनके लिए बहुत कठिन दायक होता है. ये लोग किसी भी तरह से खेल खूद नहीं सकते हैं, खेलना, कूदना, दौड़ना इनके लिए कष्ट से भरा होता है. मगर ये आसानी से पेड़ पर चढ़ जाते हैं. वडोमा के लोगों का कहना है कि, उनकी जनजाति घुमंतू होती है. उनका भोजन मांसाहारी है, ये मछली पकड़कर अपना पेट पालते हैं. इनकी शादियां भी इनके आपसी समुदाय में होता है. दरअसल जन्म के समय से ही इनके हाथों पैरों की उंगलिया विकसित नहीं होती है. वहीं इसका लक्षण एक जेनरेशन से दूसरे में ट्रांसफर होता रहता है.