Russia Earthquake: रूस में बीते दिन भूकंप के तेज झटके महसूस किए. भूकंप इतना ज्यादा तेज आया था कि वहां लोग में दहशथ फैल गई. रिएक्टर स्केल पर भूकंप नारा गया तो उसकी तीव्रता 7 थी, जोकि काफी खतरनाक है. पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं. जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है. बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं. जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं. नीचे की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती हैं और डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है.
यूरोपीय भूमध्यसागरीय भूकंप विज्ञान केंद्र (ईएमएससी) ने शनिवार को कहा कि रूस के कामचटका क्षेत्र के पूर्वी तट पर 51 किमी 32 मील की गहराई पर 7.2 तीव्रता का भूकंप आया. वहीं, अमेरिकी राष्ट्रीय सुनामी चेतावनी केंद्र ने कहा कि भूकंप से सुनामी का खतरा है. लेकिन रूस के आपातकालीन मंत्रालय की कामचटका शाखा ने बताया कि सुनामी का कोई खतरा नहीं है.
पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं. जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है. बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं. जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं. नीचे की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती हैं और डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है. इसके साथ ही ये जीतना ज्यादा होता है उतना ही तेजी से आता है.
भूकंप का केंद्र उस जगह को कहते हैं, जिसके ठीक नीचे प्लेटों में हलचल से भूगर्भीय ऊर्जा निकलती है. इस स्थान पर भूकंप का कंपन ज्यादा होता है. कंपन की आवृत्ति ज्यों-ज्यों दूर होती जाती हैं, इसका प्रभाव कम होता जाता है. फिर भी यदि रिक्टर स्केल पर 7 या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40 किमी के दायरे में झटका तेज होता है. लेकिन ये इस बात पर भी निर्भर करता है कि भूकंपीय आवृत्ति ऊपर की तरफ है या दायरे में. यदि कंपन की आवृत्ति ऊपर को है तो कम क्षेत्र प्रभावित होगा.
भूंकप की जांच रिक्टर स्केल से होती है. इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा जाता है. रिक्टर स्केल पर भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है. भूकंप को इसके केंद्र यानी एपीसेंटर से मापा जाता है. भूकंप के दौरान धरती के भीतर से जो ऊर्जा निकलती है, उसकी तीव्रता को इससे मापा जाता है. इसी तीव्रता से भूकंप के झटके की भयावहता का अंदाजा होता है. First Updated : Sunday, 18 August 2024