Columbia Israel War: कोलंबिया यूनिवर्सिटी ने फ़िलिस्तीनियों के हिमायत में विरोध प्रदर्शन करने वाले छात्रों को निलंबित करना शुरू कर दिया है. प्रदर्शनकारी छात्रों की तरफ से न्यूयॉर्क सिटी परिसर में टेंट हटाने से इनकार करने के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने यह कदम उठाया. यूनिवर्सिटी ने सोमवार की सुबह चेतावनी दी कि जो छात्र दोपहर 2 बजे तक परिसर खाली नहीं करेंगे और संस्थान की नीतियों का पालन करने करने की शर्त लिखित तौर पर नहीं देंगे उन्हें सस्पेंड कर दिया जाएगा और वे सेमेस्टर पूरा करने के लिए अयोग्य हो जाएंगे.
यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष निमत मानुषी शफीक ने एक बयान में कहा है कि गाजा में इजराइल की जंग का विरोध करने के लिए लगाए गए दर्जनों तंबुओं को हटाने के लिए मनाने में कोई कामयाबी नहीं मिली. यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता बेन चांग के मुताबिक प्रदर्शन करने वाले छात्रों ने कई यहूदी छात्रों और शिक्षकों के लिए गैर महफूज़ माहौल और शोर-शराबा पैदा कर दिया है, जिससे पढ़ाई लिखाई और एग्जाम की तैयारियों में मुश्किलें आ रही हैं.
उन्होंने आगे कहा कि हमारे कई यहूदी छात्रों और अन्य छात्रों के लिए माहौल असहनीय है. जिसके बाद कई छात्रों ने परिसर छोड़ दिया है. उन्होंने कहा कि यहूदियों के खिलाफ भाषा का इस्तेमाल बिल्कुल कुबूल नहीं किया जाएगा. हालांकि प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि वो कुछ भी ऐसा नहीं कर रहे हैं जो यहूदी विरोधी हो. उनका तर्क है कि उनके प्रदर्शन का मकसद इज़राइल की सरकार और गाजा में संघर्ष के खिलाफ मुकदमा चलाना है.
क्या मांग कर रहे छात्र:
छात्र प्रदर्शनकारियों ने कोलंबिया यूनिवर्सिटी की तरफ से तीन मांगें पूरी करने तक प्रदर्शन करने की कसम खाई है. यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष निमत शफीक ने एक बयान में कहा है कि कोलंबिया यूनिवर्सिटी इजराइल में फंडिंग से पीछे नहीं हटेगी. हालांकि उन्होंने प्रस्ताव दिया कि यूनिवर्सिटी फिलिस्तीनी क्षेत्र गाजा में स्वास्थ्य और शिक्षा में निवेश करेगी और संस्थान के निवेश को और भी ज्यादा पारदर्शी बनाया जाएगा.
First Updated : Tuesday, 30 April 2024