सूडा की राख में दबी इंसानियत : दो साल से जलता अफ्रीका का दिल, जहां खून, भूख और अंटरराष्ट्रीय साजिशों ने तबाह कर दिया पूरा एक देश
अफ्रीका के दिल में धधकती आग ने एक पूरे मुल्क को खाक कर दिया है. सुडान, जो कभी स्थिरत की उम्मीदों के साथ आगे बढ़ रहा था. अब दो साल से ऐसे Civil war की गिरफ्त में है, जिसने लाखों जिंगदियों को उजाड़ा दिया है.

इंटरनेशनल न्यूज. अफ्रीकी देश सूडान इस वक्त अपने इतिहास के सबसे भीषण मानवीय संकट का सामना कर रहा है. देश में सेना और अर्धसैनिक बलों (RSF) के बीच जारी संघर्ष ने दो साल पूरे कर लिए हैं. लेकिन शांति की कोई उम्मीद नज़र नहीं आ रही, उल्टा हालात और ज़्यादा भयावह हो चुके हैं. युद्ध की वजह से लाखों लोग बेघर हो चुके हैं और हजारों जानें जा चुकी हैं. संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक करीब 1.3 करोड़ लोग अपना घर छोड़ने को मजबूर हुए हैं. इनमें से 86 लाख लोग देश के भीतर ही विस्थापित हैं, जबकि 38 लाख शरण की तलाश में सीमाओं के पार चले गए हैं. युद्ध ने देश के कई हिस्सों को भुखमरी और कुपोषण की कगार पर पहुँचा दिया है.
हिंसा की ताज़ा लहर और अल-फशर पर हमला
जब यह गृहयुद्ध तीसरे साल में दाखिल हो रहा है, तभी एक नई हिंसात्मक लहर ने जनजीवन को और तबाह कर दिया है. हाल ही में RSF ने अल-फशर और उसके आसपास के विस्थापन शिविरों पर हमला बोला. इन इलाकों में पहले से ही खाद्य संकट है. यूएन के अनुसार, इस हमले में कम से कम 400 लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 4 लाख लोग एक बार फिर सुरक्षित ठिकानों की तलाश में हैं.
मानवीय संकट और मेडिकल आपातकाल
गैर सरकारी संस्था डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स के अनुसार, हजारों लोगों ने पश्चिम की ओर तवीला की राह पकड़ी. इनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं, जो गंभीर डिहाइड्रेशन और थकावट का सामना कर रहे हैं. भागते लोग भीषण हिंसा की दर्दनाक कहानियां सुना रहे हैं.
UAE पर हथियार सप्लाई का आरोप
इस बीच संयुक्त अरब अमीरात (UAE) पर गंभीर आरोप लगे हैं कि वह चाड के ज़रिए RSF को हथियार पहुँचा रहा है. द गार्डियन की रिपोर्ट के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र की एक खुफिया जांच में यह बात सामने आई है कि UAE से कई गुप्त कार्गो फ्लाइट्स ने सूडान में संभावित हथियार पहुँचाए. हालांकि, UAE इन आरोपों को ‘प्रचार का हिस्सा’ बताकर खारिज कर चुका है.
सूडान सरकार का अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में केस
सूडान की आर्मी- समर्थित सरकार ने इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में UAE के खिलाफ मामला दायर किया है. सरकार का आरोप है कि UAE पश्चिम दारफुर की मसालिट जनजाति के नरसंहार में RSF की मदद कर रहा है. यह मामला अंतरराष्ट्रीय राजनीति में नई बहस का कारण बन गया है. यहां दुनिया यूक्रेन और गाजा जैसे संकटों पर केंद्रित, वहीं सूडान के हालात पर वैश्विक चुप्पी इस मानवीय त्रासदी को और बढ़ा रही है. सूडान की शांति के लिए अब ठोस और ईमानदार वैश्विक पहल की सख्त जरूरत है.