सूडान के अर्धसैनिक बलों ने 114 से अधिक नागरिकों को उतारा मौत के घाट, जानें क्या है वजह
उत्तरी दारफुर राज्य के स्वास्थ्य प्राधिकरण के महानिदेशक इब्राहिम खातिर ने बताया कि कल ज़मज़म विस्थापन शिविर पर हमले में 100 से अधिक नागरिक मारे गए, तथा दर्जनों घायल हो गए. उन्होंने कहा कि आज अबू शौक विस्थापन शिविर पर एक अन्य मिलिशिया हमले में 14 नागरिक मारे गए. खातिर ने खुलासा किया कि जमजम शिविर में मृतकों में रिलीफ इंटरनेशनल के नौ कर्मचारी भी शामिल थे, जो शिविर में एक फील्ड अस्पताल चलाने वाला एक गैर-सरकारी संगठन है.

पश्चिमी सूडान के उत्तरी दारफुर राज्य की राजधानी एल फशेर में पिछले दो दिनों में दो विस्थापन शिविरों पर अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स (आरएसएफ) द्वारा किए गए हमलों में 114 से अधिक नागरिक मारे गए, एक स्थानीय अधिकारी ने घोषणा की.
उत्तरी दारफुर राज्य के स्वास्थ्य प्राधिकरण के महानिदेशक इब्राहिम खातिर ने बताया कि कल ज़मज़म विस्थापन शिविर पर हमले में 100 से अधिक नागरिक मारे गए, तथा दर्जनों घायल हो गए. उन्होंने कहा कि आज अबू शौक विस्थापन शिविर पर एक अन्य मिलिशिया हमले में 14 नागरिक मारे गए, तथा दर्जनों अन्य घायल हो गए. खातिर ने खुलासा किया कि जमजम शिविर में मृतकों में रिलीफ इंटरनेशनल के नौ कर्मचारी भी शामिल थे, जो शिविर में एक फील्ड अस्पताल चलाने वाला एक गैर-सरकारी संगठन है.
SAF और RSF के बीच भीषण लड़ाई
स्वयंसेवी समूह इमरजेंसी रूम ने एक बयान में कहा कि शनिवार को अबू शौक शिविर पर आरएसएफ द्वारा की गई भारी गोलाबारी के परिणामस्वरूप 40 नागरिक मारे गए और सैकड़ों घायल हो गए. आरएसएफ ने हमलों के संबंध में तत्काल कोई टिप्पणी जारी नहीं की. 10 मई 2024 से अल फशर में सूडानी सशस्त्र बलों (एसएएफ) और आरएसएफ के बीच भीषण लड़ाई चल रही है. सशस्त्र संघर्ष स्थान और घटना डेटा के अनुसार, सूडान अप्रैल 2023 के मध्य से एसएएफ और आरएसएफ के बीच विनाशकारी संघर्ष में उलझा हुआ है, जिसमें 29,600 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है.