Sudan Violence: सेना और अद्धसैनिक बलों के बीच हुआ सीजफायर, 200 से अधिक लोगों की मौत
सूडान में सेना और अद्धसैनिक बलों की जंग एक दिन के लिए थम जाएगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक दिन के लिए लड़ाई रूकेगी। इसके लिए सेना और पैरामिलिट्री फोर्स ने सीजफायर समझौता किया है।
हाइलाइट
- सूडान में सेना और पैरामिलिट्री फोर्स के बीच सीजफायर समझौता
सूडान में पिछले चार दिनों से सेना और अद्धसैनिक बलों के बीच जंग जारी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सेना और पैरामिलिट्री के बीच जारी लड़ाई 24 घंटों के लिए रूक जाएगी। इसके लिए एक सीजफायर समझौता हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस दौरान दोनों गुटों के बीच समझौता कराए जाने की कोशिशें की जा सकती है। इससे पहले सूडान सेना के प्रमुख ने कहा था कि जंग में अद्धसैनिक बलों को पड़ोसी देशों का साथ मिल रहा है। हालांकि, उन्होंने उन देशों के नाम नहीं बताए थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सूडान में जारी हिंसा में अब तक 200 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। वहीं 31 भारतीय आदिवासी सूडान में फंसे हुए है। यह सभी लोग कर्नाटक राज्य के है और सूड़ान में आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी बेचने के लिए आए थे। इनमें से 19 लोग कर्नाटक के हुनसूर, सात लोग शिवामोगा और पांच लोग चन्नागिरी के रहने वाले हैं।
दरअसल, सूडान की राजधानी खार्तूम में शनिवार को ताबड़तोड़ गोलीबारी और विस्फोट की घटना शुरू हुई है। यहां सेना और पैरामिलिट्री (रैपिड सपोर्ट फोर्स) के बीच संघर्ष जारी है। शनिवार को भारतीय दूतावास ने सूडान में एक भारतीय नागरिक के मौत की पुष्टि की। सूडान में भारतीय दूतावास ने जानकारी देते हुए बताया कि हिंसा में गोली लगने से भारतीय नागरिक अल्बर्ट ऑगस्टाइन की मौत हो गई। जो डीएएल ग्रुप नामक कंपनी में काम करता था।
भारतीय नागरिक की मौत पर रविवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दुख जताया है। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि वे इसे लेकर काफी दुखी हैं और दूतावास परिवार को सभी मदद मुहैया कराने की कोशिश में है। जयशंकर ने सूडान की मौजूदा स्थिति को चिंताजनक बतया है।
वहीं रैपिड सपोर्ट फोर्स के लड़ाकों ने सोमवार को अमेरिकी दूतावास के काफिले पर हमला कर दिया। मंगलवार को अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने इसकी जानकारी दी। ब्लिंकन ने बताया कि काफिले की गाड़ियों पर अमेरिका का झंडा और उसकी लाइसेंस प्लेट भी दूतावास की थी। इसके बावजूद भी हमला किया गया। उन्होंने कहा कि वो इस हमले की जांच कर रहे है।