Sunita Williams: अंतरिक्ष में फंसी सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने धरती से 420 किलोमीटर दूर स्पेस सेंटर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया से बातचीत की है. इस दौरान उन्होंने कई सवालों का जवाब भी दिया. उन्होंने कहा कि बोइंग विमान का उनके बिना ही रवाना होना तथा ऑर्बिट में कई महीने बिताना उनके लिए कठिन रहा है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे स्पेस में रहना बहुत पसंद है. ये मेरी पसंदीदा जगहों में से एक है.
बता दें कि नासा के एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर फरवरी 2025 तक अंतरिक्ष से वापस धरती पर लौटेंगी. सुनीता और बुच ने 5 जून को स्पेस स्टेशन के लिए उड़ान भरी थी. वे 6 जून को अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचे थे और यहां से 13 जून को वापस आना था लेकिन, NASA के बोइंग स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट में तकनीकी खराबी के कारण उनकी वापसी टाल दी गई.
'यह मेरी पसंदीदा जगह है'
विलियम्स ने कहा कि स्टेशन जीवन में परिवर्तन इतना कठिन नहीं था क्योंकि दोनों पहले भी वहां रह चुके हैं. विलियम्स ने कहा कि उन्होंने कई साल पहले दो लंबे समय तक अंतरिक्ष स्टेशन में प्रवेश किया था. सुनिता ने कहा, 'यह मेरी खुशी की जगह है. मुझे यहां अंतरिक्ष में रहना बहुत पसंद है.' विलियम्स और बूच ने ये भी कहा कि वे अपने देश में अजनबियों से प्राप्त सभी प्रार्थनाओं और शुभकामनाओं की सराहना करते हैं.
अंतरिक्ष से वोट देंगे सुनीता विलियम्स और बुच
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब सुनाती और बुच से पुछा गया कि वो अमेरिकी चुनाव में स्पेस सो वोटिंग करेंगे. वोटिंग को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में बुच ने कहा कि उन्होंने आज ही वोट देने से जुड़ी चुनावी प्रक्रिया शुरू की है. बुच ने ये कहा कि यह एक जरूरी ड्यूटी है और नाशा इसके लिए काम कर रही है ताकि हम वोट दे सके. वहीं सुनीता विलियम्स ने कहा कि वह अंतरिक्ष से वोटिंग करने के लिए बेहद एक्साइटेड है.
अंतरिक्ष में इन मुश्किलों का सामना कर रहें नीता विलियम्स और बुच
विल्मोर ने 260 मील (420 किलोमीटर) की ऊंचाई से कहा, 'यह कई बार बहुत मुश्किल था. पूरे रास्ते में कुछ कठिन समय भी आए.' अंतरिक्ष यान के पायलट के रूप में, 'आप इसे अपने बिना उड़ान भरते हुए नहीं देखना चाहते, लेकिन हम यहीं पर पहुंच गए.' हालांकि, स्टारलाइनर के पहले टेस्ट पायलट के तौर पर उन्हें उम्मीद नहीं थी कि वे वहां करीब एक साल तक रहेंगे, लेकिन उन्हें पता था कि ऐसी समस्याएं हो सकती हैं, जिनकी वजह से उनकी वापसी में देरी हो सकती है.