Sunita Williams: भारतीय-अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्री नासा के अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर 16 बार नए साल का जश्न मनाएंगे.दरअसल आईएसएस लगभग 400 किलोमीटर की ऊंचाई पर हर दिन पृथ्वी की परिक्रमा करता है, और इस दौरान यह अपने रास्ते में 16 बार सूर्योदय और सूर्यास्त के दृश्य प्रस्तुत करता है.
सुनीता विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्री आईएसएस पर छह महीने से अधिक समय से मौजूद हैं. इनकी यात्रा में कई तकनीकी चुनौतियाँ आई हैं, जिससे इनका पृथ्वी पर लौटने का समय आगे बढ़ गया है. अब उम्मीद है कि ये यात्री मार्च 2025 तक अंतरिक्ष में रहेंगे.
सुनीता विलियम्स ने जून 2024 में अपनी यात्रा शुरू की थी, जो पहले आठ दिनों के लिए तय की गई थी, लेकिन तकनीकी समस्याओं के कारण उनका मिशन और अधिक लंबा हो गया. वे अब मार्च 2025 तक अंतरिक्ष में रह सकती हैं. नए साल के उत्सव से पहले, सुनीता विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्री ने हाल ही में क्रिसमस भी मनाया.
2013 में गुजरात विश्वविद्यालय में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में सम्मानित होने के दौरान सुनीता विलियम्स ने अंतरिक्ष में अपने अनुभव साझा किए थे. उन्होंने कहा था, "चूंकि मैं अंतरिक्ष में जाना चाहती थी और इसके लिए कड़ी मेहनत की थी, इसलिए मैं भाग्यशाली थी कि मुझे एक तेज गति वाले अंतरिक्ष यान में एक दिन में 16 सूर्योदय और 16 सूर्यास्त देखने का अवसर मिला."
अंतरिक्ष यात्री 28,000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धरती की परिक्रमा करते हैं, जिससे उन्हें हर 90 मिनट पर सूर्योदय और सूर्यास्त का अनुभव होता है. आईएसएस पर अंतरिक्ष यात्रियों के लिए दैनिक दिनचर्या तय रहती है, जिसमें भोजन, व्यायाम, और अनुसंधान कार्य शामिल हैं. First Updated : Tuesday, 31 December 2024