Taiwan Earthquake: बुधवार को ताइवान में भूकंप के झटकों ने तबाही मचा दी. 7.4 की तीव्रता से आए भूकंप में अब तक 9 लोगों की जान चली गई है, और साथ ही 900 से ज्यादा लोग जख्मी हैं. इसके अलावा 50 लोगों की कोई खबर नहीं हैं, और 77 लोग चट्टानी सुरंगों व इमारतों में अभी भी फंसे हुए हैं. इस भूकंप को 1999 के बाद आया सबसे शक्तिशाली माना जा रहा है. जो तस्वीरें सामने आई हैं उनमें देखा जा सकता है कि कुछ इमारतें 45 डिग्री तक झुक गईं हैं.
भूकंप के तेज झटकों को देखते हुए जापान में सुनामी की चेतावनी जारी की गई थी, क्योंकि जापान के तटों पर ऊंची लहरें देखी गईं. हालांकि चेतावनी जारी करने के कुछ देर बाद ही उसको वापस भी ले लिया गया था. भूकंप से जानमाल का काफी नुकसान हुआ. अब तक 9 लोगों की मौत दर्ज की जा चुकी है, 900 से ज्यादा लोग जख्मी हैं. इसके अलावा 50 लोग लापता हैं. इसके अलावा 77 लोग चट्टानी सुरंगों व इमारतों में अभी भी फंसे हुए हैं.
सारी तबाही को देखते हुए पीएम मोदी ने भी ताइवान के लिए संवेदनाएं जताई हैं. प्रधानमंत्री ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि भूकंप पीड़ितों के लिए मेरी संवेदनाएं, साथ ही पीएम ने कहा कि इस मुश्किल की घड़ी में भारत ताइवान के साथ खड़ा है.
जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी ने 3 मीटर (9.8 फीट) तक की सुनामी की भविष्यवाणी की थी. तेज भूकंप के बाद सुनामी की चेतावनी जारी होने के तुरंत बाद देश ने ओकिनावा के दक्षिणी प्रान्त के पास के तटीय इलाकों के लिए एक निकासी सलाह भी जारी की. कम आबादी वाले हुआलिएन में एक पांच मंजिला इमारत बुरी तरह टूट गई, इसकी पहली मंजिल ढह गई और बाकी 45 डिग्री के कोण पर झुक गई. राजधानी ताइपे में, पुरानी इमारतों और कुछ नए कार्यालय परिसरों से टाइलें गिर गईं.
ताइवान में अक्सर भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं, लेकिन रिपोर्ट्स बताती हैं कि जिस तरह की तबाही पहले भूकंप में हुआ करती थी उतनी अब नहीं देखने को मिलती हैं. इसकी वजह है ताइवान की हाईटेक प्रणाली, जो वक्त से साथ मजबूत की गई है. First Updated : Thursday, 04 April 2024