Taiwan: चीन द्वारा लगाए गए तमाम प्रतिबंधों के बाद भी ताइवान अपने फैसले स्वतंत्र रूप से ले रहा है. ताइवान ने लगातार अमेरिका से अपनी दोस्ती पर बल दिया है. बता दें कि यह देश भारत के भी काफी करीब है और भारत से अच्छे संबंध रखता है. इसी बीच ताइवान ने अपने देश में पहला हिंदू मंदिर स्थापित किया है जो कि भारतीयों की आस्था का सम्मान है.
ताइवान के ऐसे फैसले से भले ही भारत को गर्व हो रहा हो लेकिन इससे चीन को काफी तकलीफ पहुंची है. बता दें कि ताइवान लगातार चीन से खतरों का सामना कर रहा है. चीन अपनी विस्तारवादी नीतियों के तहत चाहता है कि ताइवान पर उसका पूर्ण राज्य स्थापित हो जाए. लेकिन इसके विपरीत ताइवान स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में अपने फैसले स्वयं लेता रहा है.
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो ताइवान में जिस हिंदू मंदिर की स्थापना हुई है उसका नाम 'सबका मंदिर' रखा गया है. इस मंदिर में शिवलिंग के साथ-साथ मां दुर्गा, हनुमान जी समेत अन्य देवी देवताओं की प्रतिमा स्थापित है. बताया जा रहा है कि इस मंदिर को एक भारतीय प्रवासी एन डी सिंह आर्य की मदद से बनाया गया है.
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि एन डी सिंह ने इस मसले पर खुशी जाहिर की है. उन्होंने कहा है कि वह पिछले 23 साल से प्रयास कर रहे थे लेकिन तब वह अकेले थे और उनका यह प्रयास सफल नहीं हो पाया. उन्होंने आगे कहा कि मुझे नहीं पता था कि भगवान मुझे ताइवान के पहले भारतीय मंदिर का सेवक बनने के लिए चुनेंगे अब 2023 में ताइवान में पहला भारतीय मंदिर बनकर तैयार है.
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो जहां एक और भारत और ताइवान के बीच औपचारिक राजनीतिक संबंधों का अभाव है वहीं दूसरी तरफ भारत और ताइवान की सरकार के बीच अनौपचारिक रूप से अच्छे संबंध हैं. First Updated : Sunday, 27 August 2023