Taliban VS Pakistan: पाकिस्तान में तहरीक-ए-तालिबान (TTP) और पाकिस्तानी सेना के बीच संघर्ष ने नया मोड़ ले लिया है, जहां अब TTP ने सेना से जुड़ी कंपनियों और व्यापारिक उपक्रमों को निशाना बनाने की धमकी दी है. TTP के प्रवक्ता मोहम्मद खोरासानी ने साफ तौर पर कहा कि पाकिस्तान सेना की असली ताकत उसकी कमाई से है, जो पिछले सात दशकों से देश पर अपनी पकड़ बनाए रखे हुए है. अब TTP का उद्देश्य इन आय स्रोतों को खत्म करना है. इस नई रणनीति के तहत सेना के व्यापारिक संस्थानों जैसे कि बैंकिंग, पावर जनरेशन, रियल एस्टेट, शुगर, सीमेंट, और कई अन्य क्षेत्रों को निशाना बनाने की योजना है, जिनसे सेना अरबों डॉलर की कमाई करती है. TTP ने इन कंपनियों को तीन महीने का अल्टीमेटम दिया है और कहा है कि सेना द्वारा बेचे जा रहे मिलिट्री उत्पादों को दो महीने के अंदर नष्ट किया जाए. इस दौरान, पाकिस्तान में सुरक्षा बलों के खिलाफ हमले तेज हो गए हैं, और पिछले साल 2024 में TTP ने 1750 से अधिक हमले किए, जिनमें 1280 से ज्यादा सैनिक मारे गए. इन बढ़ते हमलों के कारण पाकिस्तानी सेना के भीतर असंतोष और डर का माहौल है, जिसके चलते बड़ी संख्या में सैनिकों ने इस्तीफा देना शुरू कर दिया है. TTP की यह नई रणनीति पाकिस्तान में राजनीतिक और सामाजिक तनाव को और बढ़ा सकती है, क्योंकि अब उनकी पूरी कोशिश सेना की आर्थिक ताकत को कमजोर करने पर केंद्रित है.